Fake Candidate in BSF Exam: सीमा सुरक्षा बल (BSF) में भर्ती घोटाले का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां डमी कैंडिडेट के जरिए परीक्षा पास कराकर सरकारी नौकरी हथियाने की साजिश की गई। बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन में फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ, (Fake Candidate in BSF Exam)जिससे पूरा मामला उजागर हुआ। यह पहली बार है जब BSF जैसी सुरक्षा एजेंसी में ऐसा घोटाला सामने आया है।
फर्जी भर्ती का पूरा खेल – ऐसे हुआ भंडाफोड़
- कानपुर का विकास सिंह BSF में भर्ती हुआ, लेकिन असली परीक्षा उसने नहीं दी थी।
- बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन के दौरान फोटो और अंगूठे के निशान मैच नहीं हुए।
- पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसकी जगह किसी और ने परीक्षा दी थी।
- BSF ने तुरंत FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
3 लाख में सौदा, एजेंट का खुलासा
- विकास ने बताया कि परीक्षा और फिजिकल टेस्ट उसके बदले मनजीत नामक युवक ने दिया था।
- इस पूरे फर्जीवाड़े के लिए 3 लाख रुपये का सौदा हुआ था।
- मनजीत को 2 लाख रुपये मिले, बाकी रकम दलाल के पास गई।
- सौदे के वक्त विकास से कहा गया – “तुम्हें बस जॉब करनी है, बाकी हम संभाल लेंगे!”
क्या BSF भर्ती में अंदरूनी मिलीभगत?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या BSF की भर्ती प्रक्रिया में कोई अंदरूनी मिलीभगत थी?
- कैसे एक डमी कैंडिडेट परीक्षा देकर पास हो गया?
- क्या परीक्षा और फिजिकल टेस्ट में भी कोई सेटिंग थी?
- क्या अन्य कैंडिडेट्स की भर्ती भी संदेह के घेरे में है?
BSF भर्ती घोटाले की जांच शुरू, हो सकते हैं बड़े खुलासे!
BSF और पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है।
अब देखना यह होगा कि क्या यह सिर्फ एक केस था या कोई संगठित रैकेट चल रहा है?
क्या अन्य अर्धसैनिक बलों में भी ऐसे घोटाले हो रहे हैं?
जल्द हो सकते हैं और बड़े खुलासे!



































































