Rajasthan Assembly Session: राजस्थान विधानसभा के तीसरे सत्र की शुरुआत राज्यपाल हरिभाऊ बागडे के अभिभाषण के साथ हुई, जिसमें राज्य सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों का उल्लेख किया गया। (Rajasthan Assembly Session)अभिभाषण के बाद सदन ने इसे सराहा, लेकिन विपक्ष ने विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने का प्रयास किया।
ऊर्जा और औद्योगिक विकास पर सरकार का जोर
राज्यपाल ने अपने संबोधन में ऊर्जा क्षेत्र में सुधारों का जिक्र किया और बताया कि परसा ईस्ट-कांटा बासन कोल ब्लॉक से कोयला खनन पुनः शुरू कर दिया गया है, जिससे राज्य की थर्मल इकाइयों को कोयला मिल रहा है। औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन किया गया, जिसमें 32 देशों ने भाग लिया।
राज्यपाल ने एमपीकेसी परियोजना के तहत पूर्वी राजस्थान के 17 जिलों में सिंचाई और पेयजल सुविधाएं उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता दोहराई। इस परियोजना से लाखों लोगों को लाभ होगा और क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी।
विधानसभा सत्र के पहले दिन कई विधायकों ने खास संदेश देने के लिए अनोखे अंदाज में उपस्थिति दर्ज कराई। शिव विधायक रविंद्र भाटी ‘ओरण बचाओ’ लिखी भगवा स्वेटशर्ट पहनकर पहुंचे, जबकि बामनवास विधायक इंदिरा मीणा ने समरावता कांड की न्यायिक जांच की मांग करते हुए टी-शर्ट पहनी।
विपक्ष का हंगामा और कांग्रेस की रणनीति
कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोलते हुए पेपर लीक, आदिवासी क्षेत्रों में जल संकट और महाकुंभ आयोजन को लेकर सवाल उठाए। कांग्रेस ने ईआरसीपी पर श्वेत पत्र की मांग की और राइजिंग राजस्थान समिट के आयोजन पर सरकार से जवाब मांगा। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कानून-व्यवस्था, ग्रामीण विकास और स्कूलों को बंद करने के मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर सरकार को घेरते हुए पहली बार विधायक बने सदस्यों को बोलने का अवसर देने की मांग की। अब विधानसभा सत्र में बजट प्रस्तावों और विभिन्न मुद्दों पर तीखी बहस देखने को मिलेगी। सरकार और विपक्ष के बीच जोरदार टकराव की संभावना है, जिससे सत्र के आगामी दिनों में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ सकती है।