FIR for donkey theft: डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा थाने में एक अनोखा मामला सामने आया है, जिसने सबको हैरान कर दिया है। जोधपुरा गांव में चरने गए 10 गधों के अचानक (FIR for donkey theft)गायब होने की घटना ने सभी का ध्यान खींचा है। गधों की चोरी के इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना किसी फिल्मी कहानी जैसी लगती है, लेकिन असल में यह एक गंभीर समस्या बन गई है।
10 गधों के गायब होने पर पुलिस में शिकायत
जोधपुरा गांव के रहने वाले मालाराम रेबारी और उनके भाई सेवराराम रेबारी ने बताया कि 17 नवंबर को वे भेड़ चराने के साथ अपने 10 गधों को भी जंगल में ले गए थे। इन गधों का उपयोग वे सामान ढोने के लिए करते थे। लेकिन जब शाम तक गधे वापस नहीं लौटे, तो उन्हें संदेह हुआ।
पिकअप गाड़ी में ले जाए गए गधे
पूछताछ के दौरान ग्रामीणों से पता चला कि भीमदड़ी गांव के पास कुछ लोग पिकअप गाड़ी में गधों को भरकर ले गए थे। इसके बाद, मालाराम ने सागवाड़ा थाने में गधों की चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गधों की तलाश शुरू कर दी है।
गधों की चोरी से हुआ बड़ा नुकसान
मालाराम रेबारी ने बताया कि गधे उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण थे क्योंकि वे उनका उपयोग सामान की ढुलाई के लिए करते थे। गधों के गायब होने से उनका कामकाज ठप हो गया है और उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
संगठित गिरोह का शक
गधों की चोरी के इस मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह किसी संगठित गिरोह की करतूत है, या फिर इसके पीछे कुछ और कहानी छुपी है? पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही चोरों को पकड़ने का प्रयास कर रही है।
ग्रामीणों में चिंता, पुलिस जुटी जांच में
यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। ग्रामीण अब अपने मवेशियों को लेकर अधिक सतर्क हो गए हैं। वहीं, पुलिस आरोपियों की तलाश और गधों को बरामद करने में पूरी तरह से जुटी हुई है।