Sachin Pilot: राजस्थान की राजनीति में एक नया मोड़ कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और टोंक विधायक सचिन पायलट (Sachin Pilot) की स्थिति अब गंभीर संकट में है।
राज्य की 7 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों से पहले, मुस्लिम समाज के पार्षद और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता खुलकर नाराजगी जता रहे हैं। यह बगावत सचिन पायलट के गढ़ में उठी है, जो उनकी नेतृत्व क्षमता और पार्टी के भीतर एकता पर सवाल खड़े कर रही है।
मुस्लिम नेताओं की मांग..हरीप्रसाद बैरवा का हटाना जरूरी
मुस्लिम समाज से जुड़े वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पार्षद और कांग्रेस के अग्रिम मोर्चों के मुस्लिम पदाधिकारियों ने अब जिलाध्यक्ष हरीप्रसाद बैरवा को हटाकर मुस्लिम जिलाध्यक्ष की मांग उठाई है। कांग्रेस की अंदरूनी कलह अब खुलकर सड़क पर आ गई है, जहां कांग्रेसी पार्षदों ने बगावत का ऐलान किया है।
तीन दिन का अल्टीमेटम
कांग्रेसी पार्षदों के साथ मुस्लिम समाज के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने सचिन पायलट से मुस्लिम जिलाध्यक्ष देने की मांग करते हुए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों पूरी तरह से जुटी हुई हैं।
सचिन पायलट पर उठे सवाल
कांग्रेस अल्पसंख्यक टोंक के जिलाध्यक्ष युसुफ इंजीनियर ने सचिन पायलट पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें विधानसभा में मुस्लिमों के हक की आवाज उठाने के लिए भेजा गया था, लेकिन पायलट ने उनकी कोई आवाज अब तक नहीं उठाई है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे धरना और अनशन पर बैठेंगे।