Udaipur News: मध्य प्रदेश से आए मजदूरों ने कलेक्टर के आवास के बाहर अपने बकाए हुए मेहनताने को लेकर प्रदर्शन किया। इन मजदूरों का आरोप है कि वन विभाग के ठेकेदार ने उन्हें काम करने के बावजूद 47 लाख रुपये का भुगतान नहीं किया। (Udaipur News)न केवल इनकी मांगें नजरअंदाज की गईं, बल्कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को डंडे मारकर खदेड़ दिया, और एक महिला की हालत गंभीर हो गई।
एक महिला की तबीयत बिगड़ी
3 मार्च से कलेक्टर के आवास के बाहर जमा हुए 100 मजदूरों का कहना है कि उन्हें ठेकेदार ने कई जगह काम करने के बावजूद उनका मेहनताना नहीं दिया। उनका 47 लाख रुपये बकाया था। प्रदर्शन के दौरान एक महिला की तबीयत बिगड़ गई और एक अन्य महिला बेहोश हो गई, जिससे प्रदर्शन और भी उग्र हो गया।
मजदूरों का आरोप और ठेकेदार का बचाव
मजदूरों का दावा है कि उन्हें कुल 51 लाख रुपये का भुगतान मिलना था, लेकिन उन्हें सिर्फ 3.59 लाख रुपये ही दिए गए। वहीं, ठेकेदार दिलीप सिंह ने कहा कि उनके पास सिर्फ 4.31 लाख रुपये बकाया हैं। मजदूरों का कहना है कि वह और अधिक राशि का दावा नहीं कर रहे थे, बल्कि बकाया का भुगतान मांग रहे थे।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा
प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर आवास के बाहर धरना देने के बाद बुधवार को कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन करना शुरू किया। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए डंडे का सहारा लिया और उन्हें वहां से खदेड़ दिया। कलेक्टर ने इस मामले को लेकर डीएफओ से रिपोर्ट मांगी है और कहा है कि जो भी बकाया है, वह जल्द ही दिया जाएगा।
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
कलेक्टर नमित मेहता ने मामले को ठेकेदार और मजदूरों के बीच का विवाद बताया और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि मजदूर तीन गुना अधिक भुगतान की मांग कर रहे थे। पुलिस की डंडे के इस्तेमाल पर सवाल उठते हुए, कलेक्टर ने बताया कि इस मुद्दे को हल किया जाएगा और सभी को न्याय मिलेगा।