Udaipur Royal Family Dispute: मेवाड़ की गद्दी पर विश्वराज सिंह के राजतिलक के बाद सिटी पैलेस में प्रवेश को लेकर शुरु हुआ विवाद अब तक जारी है। (Udaipur Royal Family Dispute) विश्वराज सिंह ने सिटी पैलेस में प्रवेश नहीं मिलने पर प्रशासन पर ढिलाई के आरोप लगाए थे। अब इस मामले में विश्वराज सिंह के चचेरे भाई लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का बयान आया है। लक्ष्यराज सिंह ने पूरे विवाद को लेकर अपना पक्ष रखा है।
जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण- लक्ष्यराज सिंह
उदयपुर के पूर्व राजपरिवार में विश्वराज सिंह के राजतिलक के बाद करीब 35 साल पुराना संपत्ति विवाद फिर गरमा गया है। सिटी पैलेस में विश्वराज सिंह का प्रवेश नहीं हो पाने से उपजे विवाद पर अब विश्वराज सिंह के चचेरे भाई लक्ष्यराज सिंह ने बयान दिया है। लक्ष्यराज सिंह का कहना है कि जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था। हमें उम्मीद है कि प्रशासन और सरकार सच्चाई का साथ देगी और न्याय करेगी। इस मामले में हम हमेशा से न्यायालय का दरवाजा खटखटाते आए हैं। कानून को अपने हाथ में लेना और खुद को कानून से ऊपर समझना सही नहीं है।
’40 साल पहले भी ऐसी स्थिति बनी थी’
विश्वराज सिंह मेवाड़ के चचेरे भाई और अरविंद सिंह मेवाड़ के बेटे लक्ष्यराज सिंह ने कहा कि हम 40 साल पहले भी ऐसी ही स्थिति का सामना कर चुके हैं। हम किसी की गलत सोच का जवाब कानून के अनुसार देंगे। आरोप लगाने वालों के दावे झूठे हैं। सिटी पैलेस के अंदर का मंदिर सभी के लिए खुला है, बशर्ते वे जिम्मेदारी से वहां आएं। मगर कुछ लोग सरकार के पदों पर बैठे हुए हैं और निजी फायदे के लिए कानून दरकिनार करते हुए अपनी बात मनवाना चाहते हैं।यह कहां का नियम है।
‘पूजा के माध्यम से गुमराह करना ठीक नहीं’
उदयपुर सिटी पैलेस के बाहर हुए विवाद पर लक्ष्यराज सिंह मेवाड ने कहा कि ऐसी स्थिति बनेगी, इसलिए हमने पहले से ही प्रशासन को अवगत कराया था। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना के बाद निषेधाज्ञा क्यों नहीं लागू की गई ?उन्होंने कहा कि लोगों को गुमराह करें एक पूजा के माध्यम से यह ठीक नहीं है। गुंडागर्दी के माध्यम से यह चीज नहीं की जा सकती है। हम लोग हमारे घर के अंदर बैठे हुए हैं। हम कानूनी रूप से घर में बैठे हुए हैं, अगर किसी को किसी प्रकार की आपत्ति हो तो कानून के दरवाजे खटखटा सकता है।