Donald Trump India visit: अमेरिकी टैरिफ नीतियों और कड़े बयानबाज़ियों के चलते पिछले कई महीनों से भारत-यूएस रिश्तों में खटास दिखाई दे रही थी। वहीं, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बारे में लगाए गए विवादित दावों ने भी दोनों देशों के रिश्तों को प्रभावित किया। (Donald Trump India visit) हालांकि अब दोनों देशों के रिश्ते सुधार की दिशा में जाने की उम्मीदें उभर रही हैं — ट्रम्प ने खुद बताया कि वे अगले साल भारत की यात्रा की योजना बना रहे हैं।
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रम्प ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके मित्र हैं और उन्होंने उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया है। ट्रम्प ने कहा, “पीएम मोदी एक महान व्यक्ति हैं। वे चाहते हैं कि मैं भारत जाऊं — हम इसका हल निकाल लेंगे और मैं जाऊंगा।” उन्होंने यह भी दावा किया कि भारत अब बड़े पैमाने पर रूस से तेल खरीदना लगभग बंद कर चुका है।
ट्रंप के बयान और द्विपक्षीय मामला
ट्रम्प ने कहा कि उनकी और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बातचीत “बहुत अच्छी” चल रही है। उन्होंने कई बार यह जता चुके हैं कि वे पीएम मोदी के साथ संवाद कायम रखना चाहते हैं और दोनों देशों के हित में कदम उठाए जाएंगे।
हालांकि पिछले कुछ समय में नोबेल पुरस्कार से जुड़ी चर्चाओं, टैरिफ विवादों और एक तनावपूर्ण फोन कॉल की वजह से दोनों नेताओं के बीच तनातनी की खबरें प्रकाशित हुई थीं। इन घटनाओं के कारण आगामी QUAD सम्मेलन में ट्रम्प के शामिल न होने की भी चर्चाएँ उभरी थीं।
व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया
पहले के दिनों में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा था कि राष्ट्रपति सकारात्मक हैं और वे भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर दृढ़ निश्चयी हैं। कुछ सप्ताह पहले ट्रम्प ने ओवल ऑफिस में दिवाली के अवसर पर कई वरिष्ठ भारतीय-अमेरिकी अधिकारियों के साथ समय बिताया था, और उसी दौरान पीएम मोदी से भी सीधे बातचीत हुई थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि द्विपक्षीय रिश्तों में सुधार का रास्ता लंबा हो सकता है और दोनों देशों के बीच आर्थिक-रणनीतिक बातचीत के परिणाम ही अगले कदम तय करेंगे।
