Corruption in Rajasthan: विधानसभा में लगे सवाल हटा देने के एवज में रिश्वत मांगने के मामले में घिरे भारत आदिवासी पार्टी के विधायक जयकृष्ण पटेल के व्यक्तिगत सहायक रोहिताश्व मीणा (रोहित) को एसीबी ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। विधायक की गिरफ्तारी के बाद से रोहित पिछले करीब 6 माह से फरार था। एसीबी के डीजी गोविन्द गुप्ता ने बताया कि रोहिताश्व के साथ उसके सहयोगी राजेश को भी गिरफ्तार किया गया है और दोनों से पूछताछ जारी है।
मामले की पृष्ठभूमि
एसीबी ने विधायक जयकृष्ण पटेल को 4 मई, 2025 को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। आरोप है कि विधायक ने एक परिवादी से विधानसभा में लगाए जाने वाले सवालों को हटवाने के एवज में कुल ₹2.50 करोड़ की रिश्वत की मांग की थी। एसीबी ने कार्रवाई के दौरान ₹20 लाख की किस्त लेते हुए विधायक के आवास पर छापेमारी कर उन्हें धर दबोचा था।
कैसे हुआ रोहित की गिरफ़्तारी?
- एसीबी की पूछताछ में पता चला कि रोहिताश्व ₹20 लाख से भरा बैग लेकर मौके से भाग गया था।
- उसने बैग अपने एक रिश्तेदार को सौंपा था, जिसने पैसों से भरा बैग जमीन में गड्ढा कर दबा दिया था।
- एसीबी ने बाद में वह बैग बरामद कर लिया और दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
- एएसपी संदीप सारस्वत के नेतृत्व में एसीबी की टीम ने आज रोहिताश्व और उसके सहयोगी राजेश को दबोच लिया।
एसीबी की कार्रवाई और आगे की कार्रवाई
एसीबी के डीजी गोविन्द गुप्ता ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ में इस घूसकांड से जुड़ी कई अहम जानकारियाँ मिलने की उम्मीद है। जांच टीम अब इस पूरे नेटवर्क और धन के मार्ग का अध्ययन कर रही है ताकि अन्य प्रभावित लोगों और संभव मिलीभगत का खुलासा किया जा सके। एसीबी ने कहा है कि मामले की जांच जारी रहेगी और यदि और किसी के शामिल होने के प्रमाण मिलते हैं तो उन पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
