Bihar Politics: आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के कथित रिलेशनशिप विवाद पर जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ कहा कि यह सिर्फ परिवारवाद है, जातिवाद नहीं।
प्रशांत किशोर ने कहा, (Bihar Politics)”लालू यादव अपने बेटे को पार्टी से निकालें या रखें, इससे पार्टी को कोई मतलब नहीं। लालू आज भी चाहते हैं कि तेजस्वी यादव ही बिहार के नेता बनें। अगर वे यादव समाज के किसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर दें, तो जन सुराज समर्थन में खड़ा होगा।”
12 साल पुराना रिलेशनशिप और फेसबुक हैकिंग का दावा
शनिवार रात को तेजप्रताप यादव ने फेसबुक पोस्ट में दावा किया कि वे 12 साल से अनुष्का यादव नाम की लड़की के साथ रिश्ते में हैं। लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया गया है और यह साजिश है, जिससे उन्हें और उनके परिवार को बदनाम किया जा रहा है।
इसी बीच सोशल मीडिया पर तेजप्रताप और अनुष्का की कथित तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रही हैं, हालांकि इनकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
रविवार दोपहर लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें 6 साल के लिए पार्टी और परिवार से बाहर कर दिया। इस निर्णय से बिहार की राजनीति में बड़ा हलचल मच गया है।
तेजस्वी यादव ने दिया बड़ा बयान
तेजस्वी यादव ने अपने भाई से दूरी बनाते हुए कहा, “जो भावना राष्ट्रीय अध्यक्ष की थी, वो स्पष्ट हो चुकी है। हम उनके निर्णय का पालन करते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “राजनीति और निजी जीवन अलग है। हमारे बड़े भाई निजी फैसले लेते हैं, उनका अधिकार है लेकिन हम ऐसी चीजों को पसंद नहीं करते।” तेजस्वी ने यह भी स्पष्ट किया कि RJD बिहार की जनता के मुद्दों पर काम करती रहेगी।
यह पूरा विवाद अब राजनीतिक बहस और पारिवारिक कलह दोनों का प्रतीक बन चुका है। क्या तेजप्रताप का दावा सही है? क्या यह सोशल मीडिया पर छवि खराब करने की साजिश है? और सबसे अहम सवाल — क्या RJD में अब पूरी तरह से तेजस्वी युग शुरू हो चुका है?