Delhi Explosion Update: राजधानी दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट की जांच में कई चौंकाने वाले पहलू सामने आए हैं। स्पेशल सेल के अनुसार विस्फोट में इस्तेमाल हुई हुंडई i20 (HR-26-7624) कार सुनहरी मस्जिद के पास करीब 3 घंटे पार्किंग में खड़ी मिली। (Delhi Explosion Update)धमाका 10 नवंबर को शाम 6:52 पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस मार्ग के ट्रैफिक सिग्नल के पास हुआ — जिसमें अब तक लगभग 8 लोगों की मौत और 20+ लोग घायल बताए जा रहे हैं।
सीसीटीवी फुटेज ने क्या दिखाया?
- 03:19 (10 नवम्बर) — i20 कार सुनहरी मस्जिद के पास पार्किंग में दाखिल हुई।
- लगभग तीन घंटे तक वाहन पार्किंग में खड़ी रही।
- 18:48 — कार पार्किंग से निकली; उस समय लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास भीड़ मौजूद थी।
- 18:52 — नेताजी सुभाष चंद्र बोस मार्ग पर ट्रैफिक सिग्नल के पास कार में जोरदार धमाका हुआ।
- धमाके के बाद आग फैलने से कई वाहन प्रभावित हुए और मेट्रो स्टेशन के काँच टूटे।
कार की पंजीकरण व मालिकाना जाँच
विस्फोट में उपयोग हुई गाड़ी हरियाणा-गुरुग्राम नॉर्थ RTO में रजिस्टर्ड थी — नंबर HR 26 7624। पंजीकृत मालिक मोहम्मद सलमान को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है। शुरुआती जांच से पता चला कि सलमान ने यह कार बाद में जम्मू-कश्मीर के तारिक नामक व्यक्ति को बेच दी थी — जो कथित तौर पर पुलवामा का रहने वाला है। इस कारण से पुलवामा-कनेक्शन की भी जाँच की जा रही है।
फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़े सुर
जांच में फरीदाबाद के एक पकड़ाए गए मॉड्यूल के सुर भी जुड़ रहे हैं — वहां से भारी मात्रा में IED बनाने का सामान, हथियार और गोलियाँ बरामद की गई थीं। प्रारम्भिक सूचना के अनुसार यह नेटवर्क जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसर गजवात-उल-हिंद (AGuH) जैसे संगठनों से लिंक्ड हो सकता है।
गिरफ्तारियां और बरामदगी
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मॉड्यूल से जुड़े 7 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो डॉक्टर भी शामिल हैं — डॉ. मुअजमिल अहमद गनई (फरीदाबाद) और डॉ. आदिल (कुलगाम)। फरीदाबाद से बरामद माल में लगभग 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, AK-56 व AK Krinkov राइफल, बरेटा व अन्य पिस्टल तथा सैकड़ों कारतूस शामिल बताए जा रहे हैं।
सुरक्षा एजेंसियों का समन्वय और आगे की जांच
दिल्ली पुलिस, NIA और अन्य खुफिया-एजेंसियाँ मिलकर कड़ी तालमेल से घटना की हर कड़ी की पड़ताल कर रही हैं — जिसमें कार के रूट-ट्रेस, दस्तावेज़ी फॉरेंसिक, मोबाइल-डेटा और सीमा पार के कनेक्शन की जाँच शामिल है। एजेंसियाँ यह भी तफ्तीश कर रही हैं कि क्या फरीदाबाद मॉड्यूल का सीधा संबंध इस ब्लास्ट से है और किन-किन नेटवर्क ने सहायता उपलब्ध कराई। धमाके के बाद राहत-बचाव टीमों, दमकल व एनडीआरएफ को सक्रिय किया गया; घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। अधिकारी लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि इलाके में अफवाहों पर भरोसा न करें और जांच में सहयोग दें।
