India terror attack: राजधानी दिल्ली के लाल किला के पास हुए शक्तिशाली कार ब्लास्ट ने न सिर्फ देश को हिला दिया बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी असर दिखा — कुछ देशों ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने की एडवाइजरी जारी की और पाकिस्तान ने सीमापार गश्त तेज कर दी। (India terror attack)जांच अब फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल और पुलवामा कनेक्शन के संदेह पर केंद्रित है। NIA, दिल्ली स्पेशल सेल व अन्य एजेंसियाँ इस मामले की हर कड़ी की तह तक जा रही हैं।
पाकिस्तान की अचानक सैन्य हलचल
धमाके के कुछ घंटे बाद पाकिस्तान ने राजस्थान बॉर्डर के ऊपर अपने फाइटर जेट्स की पेट्रोलिंग बढ़ा दी। इस्लामाबाद में तीनों सेनाओं के प्रमुखों की आपात बैठक हुई और प्रधानमंत्री व शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने देर रात तक हालात की समीक्षा की। जानकार मानते हैं कि यह केवल सुरक्षा अभ्यास नहीं, बल्कि एक पॉलिटिकल सिग्नल भी हो सकता है — ताकि क्षेत्रीय तनाव को बढ़ाकर दबाव बनाया जा सके या संभावित प्रतिक्रियाओं से पहले तैयार दिखे जा सके।
क्या खतरा अभी टला नहीं?
ब्रिटेन (FCDO), अमेरिकी दूतावास और फ्रांस ने अपने नागरिकों को दिल्ली केCertain इलाकों और सीमा के पास यात्रा न करने की सलाह दी। कुछ देशों ने जम्मू-कश्मीर और संवेदनशील पूर्वोत्तर क्षेत्रों के लिए भी चेतावनी जारी की है और नागरिकों से अपने-आप को संबंधित पोर्टल पर रजिस्टर करने का अनुरोध किया गया है ताकि इमरजेंसी में संपर्क किया जा सके। इन एडवाइजरीज़ ने यह संकेत दिया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अभी स्थिति को गंभीरता से देख रहा है।
क्या संदेश के पीछे कोई रणनीति?
मिस्र, ईरान और अर्जेंटीना जैसी देशों ने संवेदना व्यक्त की और पीड़ितों के प्रति सहानुभूति जताई। कूटनीतिक संदेश अक्सर औपचारिक होते हैं, पर कुछ विश्लेषक इन मंतव्यों को भी रणनीतिक संकेत मान रहे हैं — यानी समर्थन जताने के साथ-साथ भारत के अंदरूनी हालात पर अंतरराष्ट्रीय नज़र रखने का संकेत भी देना।
फरीदाबाद–पुलवामा कनेक्शन
प्रारम्भिक जांच में पता चला है कि ब्लास्ट में इस्तेमाल हुई हुंडई i20 कार पहले गुरुग्राम(सलमान) के नाम पर पंजीकृत थी, बाद में यह पुलवामा निवासी तारिक तक पहुंची। यही कारण है कि एजेंसियाँ पुलवामा कनेक्शन और फरीदाबाद में पकड़े गए मॉड्यूल से संभावित लिंक की गहन पड़ताल कर रही हैं — वहां से भारी मात्रा में विस्फोटक रसायन बरामद किए गए थे।
क्या यह जल्दबाजी में किया गया फिदायीन हमला था?
सूत्रों का कहना है कि फरीदाबाद से गिरफ्तार किए गए कुछ संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद अन्य सहयोगियों ने जल्दी में ही हमला अंजाम दे दिया हो सकता है। गृह मंत्रालय ने बताया कि विस्फोट कार के पिछले हिस्से में हुआ और वह high-intensity था — जिससे यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद योजना अधूरी रही या आयोजन जल्दी में किया गया।
क्या भारत ने बड़ी साजिश ठोक दी?
जांच एजेंसियाँ यह भी देख रही हैं कि कहीं यह ब्लास्ट किसी बड़े सीरीज़ अटैक का हिस्सा तो नहीं था जिसे सुरक्षा संस्थाओं ने पहले ही विफल किया। NIA, दिल्ली स्पेशल सेल, हरियाणा पुलिस, IB व RAW मिलकर डिजिटल ट्रेल, फंडिंग-रूट और अंतरराष्ट्रीय लिंक की पड़ताल कर रहे हैं।
लाल किले के आसपास का माहौल और सुरक्षा कदम
धमाके के बाद रेड फोर्ट एरिया सील कर दिया गया, लाल किला मेट्रो स्टेशन बंद कर दिया गया और NSG व स्थानीय पुलिस की टीमें सर्च ऑपरेशन में जुटी हैं। स्थानीय लोग और पर्यटक क्षेत्र से हटाए गए; प्रशासन ने उच्च सतर्कता लागू कर दी है।
कौन-कौन जांच कर रहा है और अगले कदम
- NIA और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल प्रमुख जांच कर रहे हैं।
- हरियाणा पुलिस, IB और RAW संदिग्ध कनेक्शनों व डिजिटल ट्रेल की पड़ताल में लगे हैं।
- फॉरेंसिक टीम व बॉम्ब डिस्पोजल यूनिट विस्फोट की सामग्री की जाँच कर रहे हैं।
- विदेशी एडवाइजरी और पाकिस्तान की सैन्य हलचल के राजनीतिक अर्थों की विदेश नीति लेवल पर समीक्षा जारी है।
विश्लेषकों की आवाज़
सुरक्षा विश्लेषक कहते हैं कि फिलहाल कई संभावनाएँ खुली हैं — स्थानीय फंडिंग व नेटवर्क, फरीदाबाद मॉड्यूल कनेक्शन, या अंतरराष्ट्रीय संगठनों का हस्तक्षेप। पाकिस्तान की सैन्य हरकत और विदेशी चेतावनियाँ इस घटना को एक साधारण आतंकी हमला से बड़ा और जटिल मामला बनाती हैं — इसलिए संयमी और सूचित प्रतिक्रिया की आवश्यकता है।
