“सरकार तुरंत कराए गिरदावरी”
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने मंगलवार को एक वीडियो जारी कर कहा कि बेमौसम बारिश से जिन किसानों की फसलें खराब हुई हैं, वहां राज्य सरकार को तत्काल गिरदावरी (फसल नुकसान का सर्वे) कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि “जहां-जहां नुकसान हुआ है, वहां के किसानों को नियमानुसार मुआवजा मिलना चाहिए। मैं राज्य सरकार से आग्रह करूंगा कि किसानों को शीघ्र राहत दी जाए।”
दिवाली के बाद से ही राजस्थान में बेमौसम बरसात का दौर जारी है। मौसम विभाग ने आज 23 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। सोमवार को जयपुर, उदयपुर और बूंदी (नैनवा में 4 इंच) सहित कई जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई। उदयपुर में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में इतनी बरसात पिछले 100 साल में पहली बार हुई है।
बेमौसम बारिश से तापमान में गिरावट, बढ़ी ठिठुरन
लगातार बारिश और सर्द हवाओं के कारण दिन का तापमान सामान्य से 6–8 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है। पूरे प्रदेश में ठिठुरन बढ़ गई है। हालांकि मौसम विभाग ने 30 अक्टूबर के बाद मौसम साफ होने की संभावना जताई है, लेकिन इस बीच खेतों में पड़ी कटी फसलें भीगने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
फसलों पर दोहरी मार — नुकसान और बुवाई में देरी
इस बरसात ने सबसे ज्यादा नुकसान उन किसानों को पहुंचाया है जिनकी धान, मक्का, ज्वार और मूंगफली जैसी फसलें कटकर खेतों या मंडियों में रखी थीं। भीगने से इन फसलों की गुणवत्ता गिर गई है और मंडी में उचित दाम नहीं मिल पाएंगे। वहीं रबी की बुवाई करने वाले किसानों के लिए स्थिति दोहरी है। सरसों और चने की बुवाई के लिए नमी बेहतर हो गई है, लेकिन मटर की बुवाई करने वालों को खेत सूखने तक इंतजार करना पड़ेगा, जिससे फसल की तैयारी में देरी होगी। राज्य सरकार पर अब किसानों को राहत दिलाने की जिम्मेदारी है। मदन राठौड़ की पहल के बाद अब देखना होगा कि प्रशासन किस तेजी से नुकसान का आकलन कर सहायता जारी करता है।
