Border patrol dogs: इंडियन आर्मी की ताकत सिर्फ सैनिकों और हथियारों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें डॉग्स भी शामिल हैं जो अपनी वफादारी और बहादुरी का सबूत देते हैं। ये डॉग्स न केवल सुरक्षा में मदद करते हैं, बल्कि आतंकवाद विरोधी अभियानों और बॉर्डर पर निगरानी में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। (Border patrol dogs) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ में इन डॉग्स की तारीफ की थी और भारतीय नस्ल के कुत्तों की खूबियां भी बताई थीं।
बीएसएफ ने इंडियन ब्रिड के 150 डॉग्स को ट्रेनिंग दी
पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम से प्रेरणा लेकर भारत के सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने इंडियन ब्रिड के डॉग्स को ट्रेनिंग देने पर खास ध्यान दिया है। अब तक 150 डॉग्स को ट्रेनिंग दी गई है ताकि वे BSF के ऑपरेशंस में मदद कर सकें। इस पहल से बीएसएफ के डॉग स्क्वायड में 150 इंडियन ब्रिड के डॉग्स शामिल हो गए हैं।
भारतीय नस्ल की रिया ने जीता गोल्ड मेडल
बीएसएफ के ट्रेनिंग सेंटर में विशेष रूप से रामपुर हाउंड्स और मुधोल हाउंड्स की नस्लों के 20 डॉग्स को रखा गया है। इनमें से रिया नामक मुधोल हाउंड ने 2024 अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट में ट्रैकिंग में गोल्ड मेडल जीता, जहां उसने कई विदेशी नस्लों को पछाड़ा।
टेकनपुर बीएसएफ अकादमी में डॉग्स की ट्रेनिंग
बीएसएफ के टेकनपुर स्थित अकादमी के ADG और डायरेक्टर शमशेर सिंह ने बताया कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में भारतीय कुत्तों की नस्लों का जिक्र किया था। अब तक हमने 150 डॉग्स को प्रशिक्षित किया है और रिया की सफलता आत्मनिर्भर भारत के अनुरूप हमारी पहल का बेहतरीन उदाहरण है।”
पीएम मोदी ने भारतीय आर्मी डॉग्स को कहा ‘ब्रेवहार्ट’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ में भारतीय आर्मी डॉग्स की बहादुरी की चर्चा करते हुए इन्हें ‘ब्रेवहार्ट’ कहा था। उन्होंने भारतीय कुत्तों की खूबी बताते हुए कहा, “मुझे बताया गया कि इंडियन ब्रिड के डॉग्स बहुत अच्छे होते हैं। मुधोल हाउंड, हिमाचली हाउंड, राजापलायम, कन्नी, चिप्पीपलाई, कोम्बाई शानदार भारतीय ब्रिड हैं। इनको पालने में खर्च भी कम है और ये भारत के माहौल में ढले होते हैं।” प्रधानमंत्री ने अपील की थी कि अगली बार जब आप डॉग पालने की सोचें, तो देसी डॉग्स को अपनाएं।