Rajasthan By-Election 2024: राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे के इस्तेमाल पर कड़ी आपत्ति जताई है। (Rajasthan By-Election 2024) उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की है कि इस घृणास्पद और भय उत्पन्न करने वाले बयान पर संज्ञान लेते हुए भाजपा और सतीश पूनिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
भाजपा पर समाज में भय और घृणा फैलाने का आरोप
टीकाराम जूली ने आरोप लगाया कि देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की चुनावी सभा के दौरान सतीश पूनिया ने ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर समाज में घृणा और अराजकता फैलाने की कोशिश की है। जूली ने कहा कि भाजपा, जो आगामी सात उपचुनावों में हार का सामना कर रही है, प्रदेश में भय और घृणा का माहौल पैदा कर मतदाताओं को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।
चुनाव आयोग और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि टोंक जिला प्रशासन को इस भड़काऊ बयान पर तुरंत कार्रवाई कर सतीश पूनिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना चाहिए था। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की कि वह इस तरह के आपत्तिजनक बयान पर स्वतः संज्ञान ले। जूली का कहना है कि प्रशासन की निष्क्रियता के कारण ऐसे नारे समाज में जहर घोल रहे हैं।
लोकतंत्र में विचारधारा और विकास पर होना चाहिए चुनाव
जूली ने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र में चुनाव विचारधारा और विकास के मुद्दों पर लड़े जाते हैं। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के पास विकास का कोई मुद्दा नहीं है और वह केवल समाज को बांटने और भय का माहौल पैदा करने की राजनीति कर रही है। जूली का मानना है कि प्रदेश की जनता भाजपा की इस घृणास्पद राजनीति से गुमराह नहीं होगी।
संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ हैं ऐसे बयान
टीकाराम जूली ने अंत में कहा कि इस तरह के नारे संविधान और लोकतंत्र की भावना के खिलाफ हैं और चुनाव आयोग को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि चुनावी माहौल में शांति और सकारात्मकता बनी रहे