अनुभव आधारित शिक्षा, संस्कार और आत्मनिर्भरता ही है नई पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य की नींव: निंबाराम

National Education Policy

National Education Policy: प्राज्ञ महाविद्यालय, बिजयनगर में एक विशेष बौद्धिक सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, जयपुर प्रांत के क्षेत्र प्रचारक माननीय निंबाराम  ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर अपने विचार साझा किए। (National Education Policy)अपने उद्बोधन में निंबाराम जी ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्रदान करना नहीं है, बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग को भारतीय परंपराओं के अनुरूप संस्कार, व्यावहारिकता और जीवों के प्रति करुणा से युक्त बनाना चाहिए। उन्होंने पाठ्यक्रम आधारित शिक्षा के स्थान पर अनुभव आधारित, जीवन उपयोगी और कौशल-केंद्रित शिक्षा को समय की आवश्यकता बताया।


भारतीय पारंपरिक कौशलों के पुनर्जीवन की आवश्यकता

निंबाराम  ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मूल लक्ष्य प्राचीन भारतीय कौशलों को पुनर्जीवित कर नई पीढ़ी को आत्मनिर्भर बनाना बताया। उन्होंने गौ सेवा, जीव रक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, और व्यवहारिक ज्ञान को शिक्षा के अनिवार्य अंग के रूप में अपनाने पर बल दिया।

खेल गतिविधियों के माध्यम से नई शिक्षा…

नई शिक्षा नीति में खेलों को दिए गए महत्व को प्राज्ञ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट ने व्यवहार में लाते हुए विविध खेल एवं शारीरिक गतिविधियों का आयोजन किया।

  • श्री प्राज्ञ पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने भारोत्तोलन और अबेकस में हिस्सा लिया।

  • प्राज्ञ इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने नियुद्ध और योग का प्रभावशाली प्रदर्शन किया।

  • इन प्रदर्शनों में जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के विजेता विद्यार्थियों ने भाग लिया।


मलखंभ केंद्र का शुभारंभ एवं प्रदर्शन

द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता श्री योगेश मालवीय के निर्देशन में मलखंभ का प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर प्राज्ञ स्पोर्ट्स एकेडमी के तहत मलखंभ प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ श्री निंबाराम जी के कर कमलों से हुआ। अब संस्था के विद्यार्थियों को इस केंद्र के माध्यम से नियमित प्रशिक्षण प्राप्त होगा। प्राज्ञ महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने श्री निंबाराम जी द्वारा रचित गीत की संगीतमय प्रस्तुति दी। छात्र अशोक डीडवानिया द्वारा निर्मित हस्तनिर्मित चित्र श्री निंबाराम जी को भेंट किया गया, जो उनके प्रति सम्मान का प्रतीक रहा।


विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति

मसूदा विधायक  वीरेंद्र सिंह कानावत, नानक जैन श्रावक समिति के अध्यक्ष श्री संपतराज चपलोत, प्राज्ञ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष श्री नवलकिशोर बाफना, सचिव  प्रेमराज जी बोहरा, कोषाध्यक्ष अजीत जी लोढ़ा, कार्याध्यक्ष संजीव भटेवड़ा, अन्य गणमान्य व्यक्ति: ज्ञानचंद कोठारी,  अंकुश नाहर,महावीर कछारा नरेंद्र बडोला पूनम बंब, दिलीप मेहता,  देवेंद्र रांका, सुरेंद्र पिपाड़ा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक शिवराज जी एवं श्री अनिल जी भंडारी, जिला कार्यवाह महावीर व्यास, श्री पदम मुनोत,  संजीव कोठारी, सुरेंद्र पिपाड़ा कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। संचालन का दायित्व श्रीमती प्रियदर्शिनी मिश्रा ने प्रभावशाली रूप से निभाया।

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