Maharashtra Elections:महाराष्ट्र विधानसभा(Maharashtra Elections) चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने हरियाणा में अपनाई गई रणनीति को दोहराने का निर्णय लिया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण करना है। इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की धुआंधार प्रचार सभाएं आयोजित की जाएंगी। सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र में इन तीनों नेताओं की कुल 70 से अधिक सभाएं आयोजित होने की संभावना है।
हिंदू एकता को बढ़ावा देने की कोशिश
BJP की इस रणनीति के तहत महाराष्ट्र में OBC और मराठा समुदायों के बीच जातिगत तनाव को कम करने के लिए RSS के स्वयंसेवकों को सक्रिय किया जा रहा है। इनका लक्ष्य ‘हिंदू एकता’ को बढ़ावा देना होगा। विशेष रूप से, RSS का फोकस महाराष्ट्र के 44,000 से अधिक गांवों में, खासकर मराठवाड़ा के 8,000 और विदर्भ के 15,000 गांवों पर रहेगा।
ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित
आरएसएस का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में वोटों का ध्रुवीकरण अपेक्षाकृत आसान होगा, जबकि शहरी क्षेत्रों में शिवसेना (UBT), शिंदे की शिवसेना, मनसे और वंचित बहुजन आघाड़ी का प्रभाव अधिक है। इसके अलावा, कांग्रेस और एनसीपी का भी ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभाव है, लेकिन BJP के विस्तार के साथ यह कमजोर हुआ है। इसलिए, RSS का ध्यान ग्रामीण वोटों पर केंद्रित है।
लोकसभा चुनाव के नतीजों का विश्लेषण
लोकसभा चुनाव के नतीजों के विश्लेषण से यह स्पष्ट हुआ है कि शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की NCP के वोटों का ट्रांसफर BJP को पूरी तरह से नहीं हो पाया। इस वजह से, BJP अब विधानसभा चुनाव में इन दोनों नेताओं पर कम निर्भर रहकर अपनी पार्टी की ताकत को मजबूत करने पर ध्यान दे रही है।