Kapil Raj Resignation:भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के वरिष्ठ अधिकारी कपिल राज ने अचानक समय से पहले सेवा से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया है। लगभग 16 वर्षों तक केंद्र सरकार के लिए सेवा दे चुके कपिल राज ने देश की कई हाई-प्रोफाइल मनी लॉन्ड्रिंग जांचों का नेतृत्व किया, जिनमें दो वर्तमान मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी भी शामिल है।
हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी में प्रमुख भूमिका
कपिल राज वही अधिकारी हैं जिन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में गिरफ्तार किया था। जनवरी 2024 में जब सोरेन पर भूमि घोटाले को लेकर जांच हुई, तो ईडी टीम के नेतृत्व में कपिल राज ने उनकी गिरफ्तारी की निगरानी की। मार्च 2024 में दिल्ली के सीएम आवास पर छापेमारी के बाद अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की पूरी प्रक्रिया भी उन्होंने ही संभाली।
राष्ट्रपति ने 17 जुलाई से स्वीकार किया इस्तीफा
वित्त मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी अधिसूचना के अनुसार, राष्ट्रपति ने कपिल राज का इस्तीफा 17 जुलाई 2025 से स्वीकार कर लिया है। वह 2009 बैच के IRS अधिकारी थे और इस्तीफे से पूर्व दिल्ली में जीएसटी इंटेलिजेंस विंग में अतिरिक्त आयुक्त के रूप में कार्यरत थे। हालांकि इस्तीफे के पीछे कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है, पर रिपोर्ट्स में इसे “व्यक्तिगत कारण” बताया गया है।
कपिल राज ने मुंबई में तैनाती के दौरान भी कई चर्चित मामलों में जांच की अगुवाई की। इनमें नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, DHFL घोटाला और इकबाल मिर्ची मामला शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह इन मामलों की रणनीति बनाने, पूछताछ की रूपरेखा तय करने और छापेमारी के दौरान स्वयं मौजूद रहने के लिए जाने जाते थे।
कौन हैं कपिल राज?
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर निवासी कपिल राज ने इलेक्ट्रॉनिक्स में बीटेक किया है। उन्होंने 2009 में IRS जॉइन किया और प्रवर्तन निदेशालय (ED) में करीब 8 वर्षों तक सेवा दी। उनकी छवि एक निष्पक्ष, तेजतर्रार और प्रोफेशनल जांच अधिकारी की रही है, जिन्होंने राजनीतिक दबावों के बावजूद संवेदनशील मामलों में निष्पक्ष कार्रवाई की।
इस्तीफे के बाद क्या होगा अगला कदम?
कपिल राज के अचानक इस्तीफे ने नौकरशाही और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। कुछ लोगों का मानना है कि यह “सिस्टम से मोहभंग” है, तो कुछ इसे “नई पारी की शुरुआत” मान रहे हैं। अब सभी की नजर इस पर है कि क्या कपिल राज राजनीति, वकालत या कॉर्पोरेट क्षेत्र में कदम रखेंगे।