Jyoti Malhotra: हरियाणा पुलिस ने यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ जासूसी के गंभीर आरोपों में बड़ी कार्रवाई करते हुए 2500 पन्नों की चार्जशीट अदालत में पेश की है। चार्जशीट में दावा किया गया है कि ज्योति पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए ‘टूलकिट’ का काम कर रही थीं, और देश की संवेदनशील जानकारियों को पाकिस्तानी एजेंटों तक पहुँचाने में शामिल थीं।(Jyoti Malhotra) इस खुलासे ने यूट्यूबर की न केवल सोशल मीडिया पहचान को हिला दिया है, बल्कि देश की सुरक्षा के लिहाज से इसे बेहद गंभीर मामला बना दिया है।
अचानक हुई गिरफ्तारी और लंबी जांच
हिसार की रहने वाली 33 वर्षीय ज्योति मल्होत्रा को 16 मई 2025 को अचानक हिरासत में लिया गया था। ‘ट्रैवल विद जेओ’ नामक यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति पर आरोप है कि वह लंबे समय से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में थीं और देश की सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारियां साझा कर रही थीं। तीन महीने चली जांच के बाद पुलिस ने विस्तृत चार्जशीट तैयार की।
पाक एजेंटों से लगातार संपर्क
चार्जशीट के मुताबिक, ज्योति ने पाकिस्तान की कई यात्राएं कीं और वहीं से उसके पाकिस्तानी एजेंटों के साथ सीधे संबंध बने। पुलिस का कहना है कि वह इस दौरान पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात दानिश अली से लगातार संपर्क में थी। इसके अलावा ISI एजेंट शाकिर, हसन अली और नासिर ढिल्लों से भी बातचीत के सबूत मिले हैं। जांच में बरामद मोबाइल चैट्स से यह भी खुलासा हुआ है कि पहलगाम आतंकी हमले के समय ज्योति की भूमिका संदिग्ध थी। इस मामले में पुलिस अभी और तहकीकात कर रही है।
विदेशी यात्राएं और आर्थिक लाभ
चार्जशीट में यह भी दर्ज है कि ज्योति की विदेश यात्राओं का मकसद सिर्फ पर्यटन नहीं था। कई दौरों के दौरान उसने पाक अधिकारियों और एजेंटों से मुलाकात की। बदले में उसे आर्थिक लाभ और अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई गईं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह कोई अकेली घटना नहीं, बल्कि ज्योति उन 12 लोगों में से एक हैं जिन्हें हाल ही में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से जासूसी के आरोप में पकड़ा गया है। बता दें कि इसी मामले के सिलसिले में भारत सरकार ने 13 मई को पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश अली को जासूसी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के कारण निष्कासित कर दिया था। इसके बाद कई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स से भी पूछताछ की गई।