Vaishno Devi Landslide: भारी बारिश के चलते माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर मंगलवार को हुए भूस्खलन में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हुए। यह जानकारी श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ (X) अकाउंट पर साझा की है। जम्मू संभाग में मौसम प्रभावित होने से राहत-कार्य और आपात प्रबंधन पूरी जोरशोर से जारी है। माता वैष्णो देवी के पवित्र मार्ग पर( Vaishno Devi Landslide) अचानक आए भूस्खलन ने तीर्थयात्रियों को प्रभावित किया।
शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार इस घटना में 7 लोगों की मौत हुई जबकि 14 लोग घायल हुए हैं। घायल लोगों को निकटतम अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है और प्रारंभिक राहत एवं बचाव का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। डिविजनल कमिश्नर जम्मू ने 27 अगस्त को आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी कार्यालय और शैक्षणिक संस्थान अस्थायी रूप से बंद रखने की घोषणा की है, ताकि बचाव और राहत कार्यों को प्राथमिकता दी जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
नेताओं की संवेदनाएँ
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर इस त्रासदी पर गहरा दुख प्रकट किया और दिवंगत आत्माओं के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि वे जमीनी टीमों के संपर्क में बने हुए हैं और केंद्रीय गृहमंत्री को स्थिति से अवगत करा चुके हैं।
राज्य के राज्यपाल/लल्ला (LG) मनोज सिन्हा ने भी शोक व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
राहत और बचाव गतिविधियाँ
भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कॉर्प्स की तीन टीमें कटरा तथा आसपास के इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य में सक्रिय हैं — एक टीम अर्धकुंवारी में, दूसरी ठाकरा कोट मार्ग पर और तीसरी जौरियां के दक्षिण भाग में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का कार्य कर रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस, एसडीआरएफ और सेना की संयुक्त कोशिशों से कई लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
स्थानीय प्रशासन की अपील
सिटी एसपी अजय शर्मा ने जनता से अनुरोध किया है कि वे अफवाहों से दूरी रखें, अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और बचाव कर्मियों को कार्य करने के लिए मार्ग खुला रखें। डिवीजनल कमिश्नर रमेश कुमार ने चेतावनी दी कि बसंतर, चिनाब व अन्य नदियाँ तथा नाले उफान पर हैं — लोगों से नदी किनारों और पुलों के पास न जाने का आग्रह किया गया है।
अन्य प्रभावित इलाके व बुनियादी सुविधाएँ
डोडा जिले में फ्लैश फ्लड के चलते कम से कम तीन लोगों की मृत्यु की खबरें आई हैं। कुछ क्षेत्रों में फोन और इंटरनेट सेवाएँ बाधित हैं — इन्हें बहाल करने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। प्रशासन ने कहा है कि बारिश रुकने के बाद ही समग्र क्षति और जरूरतों का पूर्ण आकलन संभव होगा।
क्या आगे होगा — प्राथमिकता
- घायलों का प्राथमिक उपचार और अस्पतालों में स्थान सुनिश्चित करना।
- फंसे लोगों की खोज व सुरक्षित निकासी के लिए तेज़ अभियान।
- फोन व इंटरनेट सेवाओं की बहाली के माध्यम से प्रभावित इलाकों में संचार पुनर्स्थापित करना।
- बारिश रुकने पर प्रभावित क्षेत्रों का समग्र आकलन और राहत सामग्री का वितरण।