Nahargarh Biological Park: जयपुर अब सिर्फ अपनी ऐतिहासिक धरोहरों के लिए नहीं, बल्कि वाइल्डलाइफ सफारी के लिए भी दुनियाभर में पहचाना जाएगा। नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क (Nahargarh Biological Park)में टाइगर सफारी की शुरुआत होने जा रही है। सोमवार, 7 अक्टूबर को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इस नई सफारी का उद्घाटन करेंगे, जिससे जयपुर में पर्यटन को नई रफ्तार मिलेगी। इस सफारी में पर्यटक बाघों का दीदार कर सकेंगे, जो अब तक रणथंभौर जैसी जगहों पर ही संभव था।
नागपुर से लाए गए बाघ-बाघिन
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में एक टाइगर और एक टाइग्रेस को नागपुर से लाकर छोड़ा गया है। इसके साथ ही, जल्द ही एक और जोड़ा सफारी में शामिल किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर करीब साढ़े चार करोड़ की लागत आई है। टाइगर सफारी में 8 की शेप में दो सफारी ट्रैक बनाए गए हैं, जहां पर पर्यटक चार गाड़ियों में बैठकर बाघों को नजदीक से देख सकेंगे। सफारी के टिकट का शुल्क प्रति व्यक्ति 200 रुपए प्रस्तावित है, जिसे जल्द ही वन विभाग से स्वीकृति मिल जाएगी।
वाइल्डलाइफ टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा
जयपुर के होटल इंडस्ट्री से जुड़े भवानी सिंह ने बताया कि अक्टूबर से शुरू हुए वाइल्डलाइफ वीक के दौरान जयपुर में आने वाले पर्यटकों को टाइगर सफारी एक नया आकर्षण देगी। इससे न सिर्फ सरकार के राजस्व में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय व्यापारियों और होटल संचालकों को भी फायदा मिलेगा। यह जयपुर की पांचवीं वाइल्डलाइफ सफारी होगी, जिसमें 2 लेपर्ड सफारी, 1 लॉयन सफारी और 1 एलीफेंट सफारी पहले से संचालित हो रही है।
पूर्व सरकार की पहल, अब नई सरकार की गति
पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में जयपुर में लेपर्ड, एलीफेंट और लॉयन सफारी के बाद टाइगर सफारी बनाने का निर्णय लिया गया था। हालांकि, फंड की कमी के कारण इस प्रोजेक्ट में देरी हुई। सरकार बदलने के बाद इस प्रोजेक्ट को गति मिली और अब यह सफारी पर्यटकों के लिए खोलने के लिए तैयार है।
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में फेंसिंग, आउटर ट्रैक, गार्ड रूम, वाटर पॉइंट और 10 शेल्टर बनाए गए हैं, जिससे यह सफारी पर्यटकों के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक हो। इस कदम से जयपुर में पर्यटन और वाइल्डलाइफ टूरिज्म को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।