Iran Israel Conflict: ईरान और इज़राइल के बीच जारी संघर्ष के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। ईरानी सेना ने 73 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया है।(Iran Israel Conflict) उन पर इज़राइल के लिए जासूसी और सहयोग करने के आरोप लगाए गए हैं। यह जानकारी स्काई न्यूज अरबिया अबूधाबी ने शनिवार को ईरानी मीडिया के हवाले से दी।
यज़्द में मोसाद एजेंटों की तस्वीरें लेने का आरोप
रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य ईरानी शहर यज़्द (Yazd) में इनमें से पांच भारतीयों को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वे मोसाद एजेंटों की तस्वीरें ले रहे थे, जो कथित तौर पर ईरान के अंदर आक्रामक हथियार प्रणाली स्थापित कर रहे थे। उन पर “इज़राइल के साथ सहयोग” और जासूसी के आरोप लगाए गए हैं।
वर्षों की योजना और खुफिया तैयारी का परिणाम
सूत्रों का कहना है कि यह ऑपरेशन वर्षों की रणनीति और खुफिया जानकारी के संग्रह पर आधारित था। बताया गया कि ईरान के भीतर मोसाद के तीन अलग-अलग ऑपरेशन हुए, जिनमें हवाई हमलों के प्रयास भी शामिल थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोसाद एजेंटों ने तेहरान के पास विस्फोटक ड्रोन बेस की स्थापना की थी। यह एक जटिल योजना थी जिसमें रचनात्मक सोच, उन्नत तकनीक और विशेष बलों की भागीदारी शामिल थी — ताकि ईरानी सुरक्षा एजेंसियों से बचा जा सके।
भारत ने जारी की चेतावनी: भारतीय नागरिक सतर्क रहें
भारत सरकार ने दोनों देशों में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए चेतावनी जारी की है। तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक एडवाइजरी में लिखा: “ईरान की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, सभी भारतीय नागरिकों और भारतवंशियों से अपील है कि वे सतर्क रहें, अनावश्यक गतिविधियों से बचें और दूतावास द्वारा जारी सुरक्षा सलाह का पालन करें।”
इज़राइल में रह रहे भारतीयों के लिए भी एडवाइजरी
तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास ने भी ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा: “क्षेत्र की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए, इज़राइल में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें और इज़राइली अधिकारियों व ‘होम फ्रंट कमांड’ के निर्देशों के अनुसार सुरक्षा नियमों का पालन करें।” ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच 73 भारतीयों की गिरफ्तारी एक गंभीर अंतरराष्ट्रीय मसला बन चुका है। भारत सरकार की एडवाइजरी का पालन करना सभी प्रवासी भारतीयों के लिए आवश्यक है ताकि वे खुद को सुरक्षित रख सकें।