Pehalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकियों ने लोगों का नाम और धर्म पूछकर निशाना बनाया था। (Pehalgam Attack) इस दर्दनाक घटना के बाद देशभर में रोष का माहौल है और पाकिस्तान से बदला लेने की मांग तेज हो गई है।
मंत्री नितेश राणे का बयान
इसी बीच, महाराष्ट्र के मंत्री और बीजेपी नेता नितेश राणे का एक बयान सामने आया है जिसने एक नई बहस को जन्म दे दिया है। रत्नागिरी जिले के दापोली शहर में एक सभा को संबोधित करते हुए राणे ने कहा कि हिंदुओं को किसी भी दुकानदार से कुछ खरीदने से पहले उसका धर्म पूछना चाहिए।
राणे ने कहा, “अगर दुकानदार कहे कि वह हिंदू है, तो उसे हनुमान चालीसा सुनाने के लिए कहिए। अगर वह नहीं सुना पाता है, तो उससे कोई सामान न खरीदें।” उन्होंने आगे जोड़ा कि हिंदू संगठनों को इस तरह की मांगों को मजबूती से उठाना चाहिए।
आतंकियों ने भी धर्म पूछकर किया हमला
राणे ने अपने बयान को पहलगाम हमले से जोड़ते हुए कहा कि आतंकियों ने भी हमला करने से पहले पर्यटकों का धर्म पूछा था। कुछ लोगों को ‘कलमा’ पढ़ने को कहा गया और जो नहीं पढ़ पाए, उन्हें गोली मार दी गई।
मंत्री के इस बयान के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। सामाजिक सौहार्द और धार्मिक पहचान के आधार पर भेदभाव की आशंका को लेकर बहस छिड़ गई है। आलोचकों का कहना है कि ऐसे बयान समाज में नफरत फैलाने का काम कर सकते हैं।