Cyber Fraud: हनुमानगढ़ थाना साइबर और साइबर सेल की संयुक्त ऑपरेशन “एंटी वायरस” के तहत पुलिस ने साइबर फ्रॉड गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। (Cyber Fraud)ठगों का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने फर्जी फर्म के डायरेक्टर और एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह साइबर पोर्टल पर फर्जी फर्म के नाम से ठगी कर रहा था, जिसके खिलाफ 16 राज्यों से 51 साइबर फ्रॉड के मामले दर्ज हुए हैं, और ठगी की कुल रकम 10 करोड़ से अधिक है।
एसपी ने दी कार्रवाई की जानकारी
हनुमानगढ़ के एसपी अरशद अली ने बताया कि 23 अप्रैल को सुनील कुमार नामक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, जिसमें बताया कि एक अज्ञात मोबाइल नंबर से टेलीग्राम एप पर एक संदेश आया था, जिसमें उसके कॉलेज दोस्त की फोटो भेजी गई थी। दोस्त समझकर उसने बातचीत शुरू कर दी, जिसके बाद ठग ने उसे ट्रेडिंग के जरिए प्रतिदिन लाखों रुपए कमाने का सपना दिखाया और लगभग एक महीने तक उसके खातों में 94 लाख 70 हजार 300 रुपए ट्रांसफर करवा लिए।
विशेष टीम का गठन और आरोपियों की गिरफ्तारी
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी अरशद अली ने विशेष टीम गठित की। पुलिस निरीक्षक रणवीर सिंह बेनीवाल के नेतृत्व में टीम ने साइबर ठगों द्वारा उपयोग किए गए बैंक खातों की जांच की और फर्जी फर्म के डायरेक्टर सुधीर यादव और डेंटल डॉक्टर आनंद सोनी को धौलपुर जिले से गिरफ्तार किया।
फर्जी फर्म के जरिए ठगी की योजना
साइबर गिरोह ने पहले भारत सरकार के उद्यम पोर्टल पर सुधीर इन्टरप्राईजेज नाम से एक फर्जी फर्म का रजिस्ट्रेशन कराया और उसके बाद फर्जी मोहर बनाकर बैंक में करंट अकाउंट खोला। इस खाते का इस्तेमाल साइबर फ्रॉड में किया गया। साइबर पुलिस पोर्टल और जेएमआईएस पोर्टल पर जांच करने पर यह पता चला कि इन फर्जी खातों के खिलाफ 16 राज्यों से कुल 51 साइबर फ्रॉड के मामले दर्ज हैं। इन मामलों में ठगी की कुल रकम 10 करोड़ 1 लाख 80 हजार 865 रुपए है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में साइबर पुलिस थाना के इंस्पेक्टर रणवीर सिंह बेनीवाल, हैड कांस्टेबल विजय आनंद, कांस्टेबल प्रमोद कुमार, पंकज कुमार और गजराज सिंह शामिल थे।
रिफंड की प्रक्रिया शुरू
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने पीड़ित सुनील कुमार के बैंक खाते में 10 लाख रुपए की रकम रिफंड करवा दी है, और शेष रकम तथा अन्य आरोपियों के बारे में गहन जांच की जा रही है।