Diwali investment: त्योहारी मौसम में बाजार की रौनक बढ़ चुकी है। दीपावली पर खरीदारी के साथ निवेश का चलन भी तेज है। बोनस मिलने और कंपनियों द्वारा नए ऑफर लॉन्च करने से लोग सोना और शेयर बाजार, दोनों में अवसर तलाश रहे हैं। (Diwali investment)विशेषज्ञ मानते हैं कि यह समय निवेश शुरू करने के लिए शुभ है, बशर्ते लक्ष्य और जोखिम को ध्यान में रखा जाए।
सोने में निवेश
धनतेरस और दीपावली पर सोना खरीदना परंपरा है। शादी-ब्याह का सीजन होने से मांग बढ़ती है और कीमतें चढ़ सकती हैं।
फायदे: महंगाई और आर्थिक अनिश्चितता में सुरक्षा, लंबे समय तक स्थिर रिटर्न।
सावधानी:कीमतों में उतार-चढ़ाव सामान्य है। निवेश के लिए डिजिटल गोल्ड, गोल्ड बॉन्ड या ETF बेहतर विकल्प हैं, इनमें शुद्धता और स्टोरेज की चिंता नहीं रहती।
शेयर बाजार का विकल्प
मुहूर्त ट्रेडिंग को निवेशक शुभ मानते हैं। त्योहारी दौर में बाजार का रुझान प्रायः सकारात्मक रहता है।
फायदे: लंबी अवधि में ऊंचा रिटर्न, ब्लू-चिप शेयरों में स्थिरता।
जोखिम: वैश्विक घटनाओं और आर्थिक नीतियों का असर तुरंत पड़ सकता है, इसलिए धैर्य जरूरी है।
निवेश रणनीति
वित्तीय सलाहकारों के मुताबिक स्थिर और सुरक्षित निवेश के लिए सोना, जबकि दीर्घकालिक ऊंचे मुनाफे के लिए शेयर बेहतर हैं। पोर्टफोलियो में दोनों का संतुलित मिश्रण भी लाभकारी माना जाता है।
त्योहार के बाद
त्योहार के बाद सोने के दाम बढ़ें तो अल्पकालिक मुनाफे के लिए बिक्री संभव है, लेकिन लंबी अवधि तक रखने में ज्यादा फायदा है। शेयरों में नियमित निवेश और धैर्य से ही अच्छा रिटर्न मिलता है।
निष्कर्ष:
दीपावली सिर्फ खर्च का नहीं, बल्कि समझदारी से निवेश का भी मौका है। सोना और शेयर, दोनों में संतुलित निवेश आपके पोर्टफोलियो को मजबूती दे सकता है।