Cyber Shield Operation: साइबर ठगों के खिलाफ पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन साइबर शील्ड में वेस्ट जिले की साइबर सेल ने फर्जी तरीके से खाते खोलने वाले बैंक के असिस्टेंट मैनेजर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी शिवा खांडल चौमूं के रामपुरा डाबड़ी गांव का रहने वाला है। (Cyber Shield Operation)उसने पुलिस कार्रवाई की भनक लगते ही एक माह पहले इस्तीफा दे दिया था।
संदिग्ध बैंक खातों की जानकारी मिली
डीसीपी वेस्ट हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि एडिशनल डीसीपी अलोक सिंघल की टीम के सदस्य दिनेश शर्मा और रोशन कुमार को कुछ संदिग्ध बैंक खातों की जानकारी मिली थी। टीम ने इनकी डिटेल खंगाल कर खाताधारक से संपर्क किया तो पता चला कि दलाल रवि कुमावत और संदीप शर्मा ने कमीशन का लालच देकर चौमूं बैंक में कार्यरत असिस्टेंट मैनेजर शिवा खांडल से खाता खुलवाया था।
शिवा खांडल ने खोले थे 10 बैंक खाते
टीम बैंक पहुंची तो सामने आया कि खांडल ने गत वर्ष सितंबर माह में चौमूं स्थित आईडीएफसी बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर ज्वाइन किया था और इसी वर्ष 19 अगस्त को रिजाइन कर दिया। इस दौरान शिवा ने करीब 10 बैंक खाते खोले हैं। पुलिस ने शिवा द्वारा खोले गए बैंक खातों की डिटेल खंगाली तो उनमें 10 करोड़ से ज्यादा का ट्रांजेक्शन और साइबर ठगी की 35 शिकायतें मिलीं।
दलालों को पकड़ने में दिल्ली पुलिस ने की मदद
इस बीच दलाल रवि कुमार को दिल्ली पुलिस ने ठगी के मामले में गिरफ्तार कर लिया, जो जमानत के बाद फरार चल रहा था। खाताधारकों ने बताया कि वेरिफिकेशन के लिए दलालों के साथ मैनेजर कार में आता था। उसने छुट्टी पर रहते दूसरे साथी सेल्स मैनेजर से भी खाते खुलवाए हैं।
आरोपी ने स्वीकार किया अपना अपराध
पुलिस ने शिवा खांडल को पकड़कर पूछताछ की तो सामने आया कि वह दलाल रवि व संदीप से प्रति खाते 25 से 30 हजार रुपए लेकर बिना वेरिफिकेशन खाते खोल रहा था। दिल्ली पुलिस ने जैसे ही दलालों को पकड़ा तो शिवा खांडल ने इस्तीफा दे दिया।
बैंक खाते किराए पर देने वाले 7 अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी
एडीसीपी आलोक सिंघल ने बताया कि इसके अलावा बैंक खाते किराए पर देने वाले 7 आरोपियों को भी पकड़ा है। इनसे पूछताछ की जा रही है।