क्या हुआ — घटनाक्रम

शिकायतकर्ता और टोल प्लाजा के सहायक मैनेजर फिरोज खान ने बताया कि घटना 25 अक्टूबर की रात लगभग 12:05 बजे हुई। उस समय बौंली नाका नंबर एक के कंट्रोल रूम में कांस्टेबल राजपाल और उनके साथी बालकिशन गुर्जर आए। आरोप है कि दोनों ने टोलकर्मियों से पहले शराब के लिए 5,000 रुपये की मांग की और फिर टोल चलाने के बदले हर महीने 50,000 रुपये की अवैध मांग रखी।

टोलकर्मियों के साथ मारपीट और धमकी

जब सहायक मैनेजर फिरोज खान ने पैसे देने से इनकार किया तो आरोपियों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की और अभद्र व्यवहार किया। इसी दौरान टोलकर्मी रामसिंह, परसादी मीणा और सलमान ने स्थिति शांत करने की कोशिश की, पर आरोपियों ने उन्हें भी धमकाकर कंट्रोल रूम से बाहर निकाल दिया। आरोप है कि उन्होंने धमकी दी कि रकम नहीं दी तो टोल बंद करवा दिया जाएगा।

CCTV में पूरा घटनाक्रम दर्ज

पूरे घटनाक्रम का वीडियो टोल प्लाजा के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है, जिसे शिकायत के साथ पुलिस को सौंपा गया। वीडियो में प्रकाशित व्यवहार और मारपीट की स्पष्ट झलक मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।

पुलिस की कार्रवाई

शिकायत के आधार पर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने आरोपी कांस्टेबल राजपाल को निलंबित कर दिया और मामले में अनुशासनात्मक प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस मामले की स्वतंत्र जांच कर रहे हैं तथा यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो कड़ी सजा की संभावना जताई जा रही है।

यह मामला लोकशाही व्यवस्था में नियम और क़ानून के पालन का प्रश्न है। किसी भी सरकारी पद पर रहे व्यक्ति द्वारा की गई शोषण या धमकियों की शिकायतों का त्वरित और पारदर्शी जांच आवश्यक है।