Balmukund Acharya: राजस्थान की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर सीधा हमला बोलते हुए उनकी नीयत पर सवाल खड़े कर दिए। आचार्य ने कहा कि (Balmukund Acharya)“डोटासरा ने मेरी हत्या की साजिश रची है, मेरी सुरक्षा बढ़ाई जाए।” इस बयान के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी घमासान मच गया है।
‘डोटासरा ने मुझे मरवाने की साजिश रची’
बालमुकुंद आचार्य ने जयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि डोटासरा ने विशेष समुदाय को उकसाने का काम किया और उन्हें लगता है कि उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा, “डोटासरा पेपर लीक माफिया के सरगना हैं। उन्होंने या तो मेरी सुपारी दी है या फिर किसी को मुझे मारने के लिए उकसाया है।”
आचार्य ने अपने बयान में कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि “कांग्रेस हमेशा से सनातन और भारतीय संस्कृति के खिलाफ रही है। यह हिंदू धर्म को नीचा दिखाने की साजिश है।”
लाउडस्पीकर विवाद पर फिर गरमाई बहस
बालमुकुंद आचार्य इससे पहले भी धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर प्रतिबंध की मांग उठा चुके हैं। उन्होंने कहा, “रात 2 बजे किसी को जगाना है तो मोबाइल पर कॉल कर सकते हैं, लेकिन लाउडस्पीकर से दूसरों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए।” उनके इस बयान के बाद कांग्रेस नेताओं ने उन पर धार्मिक ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया है।
‘विधानसभा में गलत लोग पहुंच गए हैं’
डोटासरा ने बालमुकुंद आचार्य पर पलटवार करते हुए कहा, “यह दुर्भाग्य है कि ऐसे लोग विधानसभा में पहुंच गए हैं। जनता ने उन्हें अपनी समस्याओं के समाधान के लिए चुना था, लेकिन वे हिंदू-मुस्लिम करके नफरत फैलाने में लगे हैं।” डोटासरा ने व्यंग्य करते हुए कहा कि “भगवान करे वे सुरक्षित रहें, उनकी सुरक्षा भी बढ़ा देनी चाहिए, क्योंकि जिस तरह के बयान वे दे रहे हैं, उससे किसी का भी दिमाग फिर सकता है।”
भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने, राजनीति में उबाल
इस पूरे प्रकरण से राजस्थान की राजनीति में नया मोड़ आ गया है। भाजपा इसे हिंदू धर्म के अपमान का मुद्दा बता रही है, जबकि कांग्रेस इसे चुनावी ध्रुवीकरण की साजिश करार दे रही है। राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण इस मामले का असर पूरे प्रदेश की राजनीति पर पड़ सकता है।