PM Narendra Modi:”अटल जी के आदर्शों की अमिट छाप.:”….पीएम मोदी का भावुक नमन, भारत की आत्मा का सम्मान”

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PM Narendra Modi: 25 दिसंबर—यह तारीख सिर्फ कैलेंडर में दर्ज एक दिन भर नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा अवसर है जब पूरी दुनिया में क्रिसमस का उल्लास मनाया जाता है। यह दिन प्रेम, सौहार्द और आशा का प्रतीक है। भारत के लिए भी यह तारीख विशेष महत्व रखती है,( PM Narendra Modi) क्योंकि इसी दिन 1924 में एक ऐसे महान नेता का जन्म हुआ, जिनकी वाणी में कवि का संवेदनशील हृदय था और नेतृत्व में एक दृढ़ राजनेता का संकल्प—भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी

अटल जी केवल एक नाम नहीं, बल्कि एक युग थे। उनके विचारों ने देश की राजनीति को नई दिशा दी और उनके शब्दों ने जन-जन के मन में आशा का दीप जलाया। उनकी नेतृत्व क्षमता, संवेदनशीलता और दूरदर्शिता ने भारतीय राजनीति में एक स्वर्णिम अध्याय लिखा।

आज उनके जन्मदिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एक भावनात्मक लेख लिखा है, जो अटल जी के प्रति उनके सम्मान, स्नेह और प्रेरणा को दर्शाता है। आइए, इस लेख के माध्यम से हम भी उस अद्भुत व्यक्तित्व को याद करें, जिनकी विरासत आज भी हमें प्रेरित करती है।

मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं…
अटल जी के ये शब्द उनके अदम्य साहस और गहरी सोच को दर्शाते हैं। उनका व्यक्तित्व निडर था, और उनके विचारों में एक कवि का स्पर्श था। उनके जन्मदिन पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके प्रति भावनाओं को व्यक्त करते हुए उनके जीवन और योगदान को याद किया है।


सुशासन का अटल दिवस

25 दिसंबर केवल क्रिसमस का दिन नहीं है, बल्कि यह भारतीय राजनीति में सुशासन के प्रतीक अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्मदिवस भी है। यह दिन हमें उनकी सौम्यता, सहजता और सहृदयता की याद दिलाता है। उनकी विरासत के प्रति पूरा देश कृतज्ञ है।


21वीं सदी के भारत की नींव

अटल जी ने 21वीं सदी को भारत की सदी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। 1998 में उन्होंने एक अस्थिर राजनीतिक दौर में देश को स्थिरता और सुशासन का मॉडल दिया। उनकी सरकार ने देश में विकास की एक नई लहर शुरू की।


आधुनिक बुनियादी ढांचे की शुरुआत

उनके शासन काल में आईटी, दूरसंचार और परिवहन क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हुए। दिल्ली मेट्रो की शुरुआत और स्वर्णिम चतुर्भुज योजना जैसे प्रोजेक्ट्स उनकी दूरदर्शिता का प्रमाण हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ने गांवों को शहरों से जोड़ा और देश की एकता को सशक्त किया।


शिक्षा और आर्थिक सुधार

अटल जी ने शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। सर्व शिक्षा अभियान ने देश में शिक्षा का दायरा बढ़ाया। उनके आर्थिक सुधारों ने देश की अर्थव्यवस्था को नई गति दी और भाई-भतीजावाद से मुक्ति दिलाई।


साहसिक निर्णय और परमाणु परीक्षण

1998 में पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण कर भारत ने अपनी वैज्ञानिक शक्ति का प्रदर्शन किया। अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद उन्होंने दूसरा परीक्षण कर दुनिया को दिखाया कि भारत अब दबाव में नहीं झुकेगा।


सुरक्षा और कूटनीति में मजबूती

करगिल युद्ध और संसद हमले जैसे कठिन समय में भी अटल जी ने साहसिक नेतृत्व का परिचय दिया। उन्होंने वैश्विक मंचों पर भारत की छवि को मजबूत किया और संयुक्त राष्ट्र में हिंदी में भाषण देकर भारतीय संस्कृति को सम्मान दिलाया।


सत्य और नीति के पथ पर राजनीति

वाजपेयी जी ने शुचिता की राजनीति की मिसाल पेश की। जोड़-तोड़ की राजनीति से दूर रहकर उन्होंने ईमानदारी और नीतिगत स्पष्टता को महत्व दिया। उनके नेतृत्व में बीजेपी को मजबूत आधार मिला और आज वह दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनी।


लोकतंत्र और संविधान का संरक्षण

आपातकाल के दौरान उन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष किया। उन्होंने संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों को हमेशा सर्वोपरि रखा।


कवि हृदय और प्रेरणादायक व्यक्तित्व

अटल जी केवल एक राजनेता ही नहीं, बल्कि एक कवि, लेखक और विचारक भी थे। उनके शब्दों ने लोगों को प्रेरणा दी और कठिन समय में आशा का संचार किया।


अटल जी की विरासत—एक प्रेरणा

आज उनका रोपित बीज एक वटवृक्ष बनकर नई पीढ़ी को मार्गदर्शन दे रहा है। उनकी 100वीं जयंती सुशासन और विकास के प्रतीक के रूप में मनाई जा रही है। उनके सिद्धांत हमें भारत को नव प्रगति और समृद्धि के पथ पर आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।

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