Pahalgam attack: 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव चरम पर है। सिंधु जल संधि पर रोक की खबरों से पाकिस्तान बौखलाया है और लगातार एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी कर रहा है। (Pahalgam attack)भारतीय सेना इसका मुंहतोड़ जवाब दे रही है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक्स (Twitter) पर पोस्ट करते हुए कहा कि भारत-पाक युद्ध भारतीय वीरता और विजय की विरासत हैं। उन्होंने भारत की अखंडता को बचाने के लिए भारतीय सेना के बलिदान को याद किया।
भारत-पाक युद्धों की ऐतिहासिक झलक
1947-49: पहला कश्मीर युद्ध
सरमा ने बताया कि आजादी के तुरंत बाद पाकिस्तान ने कश्मीर पर हमला किया, जिसका भारतीय सेना ने बहादुरी से मुकाबला किया। श्रीनगर में ऐतिहासिक एयरलिफ्ट ऑपरेशन के जरिए घाटी को बचाया गया और लाइन ऑफ कंट्रोल अस्तित्व में आई।
1965 का युद्ध
पाकिस्तान के ‘ऑपरेशन जिब्राल्टर’ के जवाब में भारतीय सेना ने दुश्मन को खदेड़ते हुए हाजी पीर दर्रे समेत कई इलाकों पर कब्जा किया। भारत ने मजबूती से युद्ध में जीत दर्ज की।
1971 का युद्ध और बांग्लादेश का निर्माण
पूर्वी पाकिस्तान में पाक सेना के नरसंहार के जवाब में भारतीय सेना ने महज 13 दिनों में 93,000 पाक सैनिकों को आत्मसमर्पण पर मजबूर किया और बांग्लादेश का निर्माण कराया।
1999 का कारगिल युद्ध
पाकिस्तान की धोखेबाज़ी के बावजूद भारतीय सेना ने ठंडी और पहाड़ी परिस्थितियों में वीरता से लड़ते हुए कारगिल की चोटियों को वापस अपने कब्जे में लिया। यह भारत की संप्रभुता की ताकत का प्रतीक बना।
भारत की चेतावनी: दुश्मनी चाहोगे तो तैयार हैं
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि भारत की एकता को चुनौती देने की हर कोशिश का मुंहतोड़ जवाब दिया गया है और भविष्य में भी देश की संप्रभुता पर आंच नहीं आने दी जाएगी।