सुशीला कार्की बनीं नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री, लेकिन कैबिनेट की कसरत जारी!

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Nepal Politics

Nepal Politics: नेपाल में सोशल मीडिया पर भ्रष्टाचार के खिलाफ उठी आवाज ने प्रधानमंत्री को मजबूर कर दिया। प्रदर्शनकारियों के दबाव में प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा और गुप्त स्थान पर छिपना पड़ा। तीन से चार दिन तक नेपाल में जबरदस्त प्रदर्शन (Nepal Politics)चलता रहा और इस दौरान प्रधानमंत्री के पद के लिए चर्चा होती रही।

सुशीला कार्की बनीं नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री

आखिरकार, जनरेशन Z और अन्य गुटों के बीच विचार-विमर्श के बाद सुशीला कार्की को प्रधानमंत्री पद के लिए उपयुक्त माना गया। वह नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बन गईं, हालांकि अभी तक उनके कैबिनेट का विस्तार नहीं हो पाया है। सुशीला कार्की की सरकार में अभी तक कोई मंत्री नहीं है। उनके कैबिनेट का विस्तार टल गया है क्योंकि जनरेशन Z और अन्य गुटों के बीच संभावित मंत्रियों के नाम पर सहमति नहीं बन पाई।

नेपाल पुलिस ने रवि लामिछाने को सुरक्षा कारणों से भेजा घर

नेपाल पुलिस ने राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RSP) के अध्यक्ष रवि लामिछाने को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उनके निवास पर वापस भेज दिया। लामिछाने, जो हाल ही में सरकार-विरोधी आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों को काठमांडू की जेल से बाहर ले आए थे, बाद में सरेंडर कर चुके हैं।

मुआवजा और इलाज का ऐलान

नेपाल की अंतरिम सरकार ने एक बड़ा ऐलान किया है। प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने 14 सितंबर को पद संभालते ही Gen-Z आंदोलन में जान गंवाने वालों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया। इसके अलावा, सरकार प्रदर्शन में घायलों के इलाज की जिम्मेदारी भी उठाएगी। नेपाल में हिंसक प्रदर्शन में अब तक करीब 53 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं।

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