वक्फ कानून पर हमलावर पीएम मोदी….कांग्रेस मुसलमानों को अध्यक्ष नहीं बनाती, फिर कैसी हमदर्दी?

Narendra Modi

Narendra Modi: भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती के अवसर पर देशभर में उन्हें श्रद्धा और सम्मान के साथ याद किया गया। बाबा साहेब के विचार, संघर्ष और योगदान को स्मरण करते हुए नेताओं और नागरिकों ने उन्हें नमन किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “आज सुबह संसद भवन परिसर में अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। पूज्य बाबासाहेब को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन।”

उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहेब की प्रेरणा से ही भारत आज सामाजिक न्याय के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। डॉ. अंबेडकर के सिद्धांत और मूल्य आत्मनिर्भर भारत को मजबूती और गति प्रदान कर रहे हैं। वह न सिर्फ संविधान निर्माता थे, बल्कि सामाजिक समानता, मानवाधिकारों और न्याय के सशक्त प्रवक्ता भी थे, जिनकी सोच आज भी करोड़ों भारतीयों को दिशा दे रही है।

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने बताया संविधान को सामाजिक न्याय का हथियार

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अंबेडकर को नमन करते हुए कहा, “बाबा साहेब ने हमें न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के लोकतांत्रिक मूल्य दिए। संविधान हमारे देश के सामाजिक परिवर्तन और समावेशी विकास का सबसे प्रभावशाली माध्यम है।” उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर की सोच आज भी हमें सभी के अधिकारों की रक्षा और एक समतामूलक समाज की ओर प्रेरित करती है। समावेशिता और समान अवसर सुनिश्चित करना उनके चिंतन का केंद्र बिंदु था।

विपक्ष के अन्य नेताओं ने भी दी श्रद्धांजलि

देशभर में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी अंबेडकर जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “बाबा साहेब की देन है ‘संविधान और आरक्षण’। हमें अपने स्वाभिमान और अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट रहना होगा। संविधान ही हमारी संजीवनी है, वही हमारी ढाल है। जब तक संविधान सुरक्षित है, हम सबका सम्मान और अधिकार भी सुरक्षित है।” उन्होंने कहा कि आज के समय में जब संविधान और आरक्षण जैसे मूलभूत अधिकारों पर खतरा मंडरा रहा है, ऐसे में बाबा साहेब के विचारों को सहेजना और उनका अनुसरण करना पहले से कहीं ज़्यादा ज़रूरी है।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version