जयपुर — 14 दिसम्बर को आयोजित होने वाली “वोट चोर-गद्दी छोड़” महारैली की रूपरेखा और संगठनात्मक तैयारियों के लिए राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अहम बैठक की।(Rajasthan Congress)बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने की। बैठक में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

SIR प्रक्रिया और बूथ-स्तर रणनीति

बैठक में SIR (Special Intensive Revision) प्रक्रिया की विस्तृत समीक्षा की गई और बूथ-स्तर पर नियुक्त सभी BLA (Booth Level Agents) को सौंपे गए कार्यों की प्रगति पर चर्चा हुई। डोटासरा ने SIR के दौरान मिले संकेतों का जिक्र करते हुए कहा कि कई मतदाता प्रपत्र uncollected बताये जा रहे हैं, जिससे लाखों नाम मतदाता सूची से हटने का जोखिम पैदा हो सकता है।

बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ नेता ने आंतरिक आकलन का हवाला देते हुए कहा कि यह कोई सामान्य पुनरीक्षण नहीं है और एसआईआर की सतह-परीक्षा से संकेत मिल रहे हैं कि लाखों मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा सकते हैं। इसी चिंता को लेकर पार्टी ने बूथ-स्तर पर सक्रियता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप

डोटासरा ने सीधे तौर पर भाजपा और निर्वाचन आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा कुछ समुदायों को निशाना बनाकर मतदाता सूची प्रभावित कराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर स्थानीय स्तर पर सतर्कता न बरती गयी तो भाजपा-आयोग मिलकर कांग्रेस के मजबूत बूथों से मतदाताओं के नाम कटवा सकते हैं। उन्होंने यह जवाबदेही पार्टी के हर कार्यकर्ता पर डाली।

लंबी लड़ाई का आह्वान

प्रदेश प्रभारी रंधावा ने सदस्य-कार्यकर्ताओं से अनुशासन और निरन्तरता बनाए रखने का आग्रह किया और इसे एक दिन का अभियान न मानकर लंबी लड़ाई बताया। सचिन पायलट ने भी इस मुद्दे को लोकतांत्रिक प्रक्रिया का महत्त्वपूर्ण टुकड़ा करार दिया और कहा कि गरीब, दलित, आदिवासी व बुज़ुर्ग मतदाताओं के मताधिकार की सुरक्षा सुनिश्चित करना पार्टी की प्राथमिकता होगी।