Rajasthan News: ख़बर राजस्थान मेडिकल सर्विसेज़ कॉरपोरेशन जयपुर से है, जहाँ पर टेंडर के माध्यम से सरकार के ख़ज़ाने में पिछले दरवाज़े से सेंध लगाने की तैयार हो गई है,(Rajasthan News) चिकित्सा विभाग से जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ अब RMSCL राजस्थान मेडिकल सर्विसेज़ कॉरपोरेशन लिमिटेड के द्वारा रिपेयर एंड मेंटेनेंस एक टेंडर में गड़बड़ की सूचना सरकार तक पहुँची है, इस निविदा में नियम ही ऐसे बनाए गए है कि निविदा प्रक्रिया में दो कंपनियाँ ही भाग ले सके, यह निविदा राजस्थान सरकार के चिकित्सा संस्थानों में बायो मेडिकल उपकरणों के लिए तीन वर्ष के लिए निकाला गया है
इसमें इस निविदा में उपयोगकर्ता को मरम्मत रखरखाव,निवारक रखरखाव और प्रशिक्षण के लिए 24 घंटे सातों दिन सेवाएँ उपलब्ध कराने का सेवा अनुबंध किया जाना है, शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि विभाग के अफ़सरों ने कुछ संवेदकों से मिलीभगत करके इस निविदा को निकाला है ताकि वो फर्म विशेष को फ़ायदा पहुँचा पाए, शिकायतकर्ता ने शिकायत में लिखा है कि पिछली निविदा संवेदक को 3.96 प्रतिशत की दर से सर्विस चार्ज का भुगतान किया जा रहा है, वही नई निविदा में 6.10 प्रतिशत तक सर्विस चार्ज रेट कोड की गई है,जिससे विभाग को 150 करोड़ रूपये से ज़्यादा की चपत लगेगी जिससे सरकार के राजस्व में सीधे सेंध संवेदक के नाम पर लगाई जाएगी।
शिकायतकर्ता के आरोप पर हमारे संवाददाता ने RMSCL के एमडी व अन्य अफ़सरों से बात करने विभाग का पक्ष जानने की कोशिश की मगर विभागीय अफ़सरों ने फ़ोन अटेंड करना भी ठीक नहीं समझा।
राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन लिमिटेड के अफसरों ने चुपके से करोड़पति बनने का जोरदार तरीका निकाला। बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण करने वाले उपकरणों के मेंटेनेंस ठेके में मात्र 2.14 परसेंट सर्विस चार्ज बढ़कर ऐसा खेल कर दिया कि सरकार को 150 करोड़ का फटका लगेगा।