Rajasthan: राइजिंग राजस्थान एजुकेशन समिट! 28000 करोड़ का निवेश, शिक्षा और रोजगार में ऐतिहासिक पहल!

0

Rajasthan Education Pre-Summit 2024: देश में विकास की नई इबारत लिखने के लिए राइजिंग राजस्थान एजुकेशन प्री समिट एक महत्वपूर्ण पड़ाव बन गया है। इस ऐतिहासिक आयोजन में 28,050.62 करोड़ रुपये के 507 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए,(Rajasthan Education Pre-Summit 2024) जिससे राज्य के शिक्षा क्षेत्र को नई दिशा और उर्जा मिलेगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की उपस्थिति में साइन हुए इन एमओयू का उद्देश्य न केवल सरकारी स्कूलों में आधुनिक सुविधाएं प्रदान करना है, बल्कि युवाओं को सशक्त बनाते हुए 6 लाख से अधिक रोजगार के अवसर भी खोलना है।

इस प्री समिट ने शिक्षा के साथ-साथ खेल, स्वास्थ्य, और तकनीकी विकास के क्षेत्र में भी संभावनाओं के द्वार खोले हैं। मुख्यमंत्री ने इस पहल को एक दूरदर्शी योजना करार देते हुए कहा कि राइजिंग राजस्थान सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि प्रदेश के समग्र विकास की प्रतिबद्धता है।

उच्च शिक्षा, संस्कृत शिक्षा और खेल विभाग में निवेश से ग्रामीण क्षेत्रों में भी आधारभूत संरचनाएं विकसित होंगी और राज्य की शिक्षा गुणवत्ता में बढ़ोतरी होगी। राज्य सरकार के इस कदम से अब राजस्थान में शिक्षा का एक नया युग शुरू होने की उम्मीद है, जहां न केवल सुविधाएं बढ़ेंगी, बल्कि हर छात्र तक उनकी पहुंच भी आसान होगी।

सैनिक एकेडमी से लेकर ऑनलाइन परीक्षा केंद्र तक

सरकार ने स्कूली शिक्षा में ब्लॉक स्तर पर स्टेडियम और ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों की स्थापना करने की भी घोषणा की है। वहीं, लड़कियों के लिए सैनिक एकेडमी की शुरुआत भी इसी योजना का हिस्सा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि शिक्षा का क्षेत्र राज्य की प्राथमिकता है, और इससे 6 लाख से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।

मुख्यमंत्री का संदेश: “एमओयू को जल्द धरातल पर लाएंगे”

मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि सरकार ने अब तक कुल 18 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए हैं, जिन्हें अगले कुछ सालों में धरातल पर उतारने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री का कहना था कि यह निवेश सिर्फ आंकड़े नहीं, बल्कि राज्य के विकास में एक मजबूत आधार प्रदान करेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके जापान दौरे में 15,000 युवाओं के लिए नर्सिंग क्षेत्र में रोजगार के एमओयू भी साइन हुए हैं, जबकि जर्मनी ने 1 लाख भारतीय युवाओं की मांग रखी है।

शिक्षा मंत्री दिलावर: “शिक्षा निवेशक भामाशाह कहलाएंगे”

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस आयोजन को शिक्षा क्षेत्र के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि जो इन्वेस्टर्स स्कूल शिक्षा में योगदान दे रहे हैं, वे भामाशाह के समान माने जाएंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि एमओयू को जल्द से जल्द लागू किया जाएगा और राज्य सरकार इसके मॉनिटरिंग पर भी ध्यान देगी।
स्कूल शिक्षा में होगा बड़ा सुधार

एमओयू के अनुसार, सरकारी स्कूलों में सोलर सिस्टम, आईसीटी लैब, स्मार्ट क्लासरूम, और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में डाइनिंग हॉल स्थापित किए जाएंगे। स्कूली छात्रों के लिए स्वेटर और जूते भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा, जिला स्तर पर खेल के स्टेडियम और लड़कियों के लिए सैनिक अकादमी की स्थापना का भी प्रावधान है।

रोजगार के नए अवसर

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने समिट में बताया कि इन समझौतों के माध्यम से राज्य में 6 लाख से अधिक रोजगार सृजन के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा, पर्यटन, माइनिंग, चिकित्सा और ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश से राजस्थान का समग्र विकास होगा।

विभिन्न विभागों के एमओयू का विवरण

समिट में हायर एजुकेशन, संस्कृत एजुकेशन, स्किल डेवलपमेंट, स्पोर्ट्स, और स्कूल एजुकेशन सहित कई विभागों में निवेश को लेकर एमओयू साइन किए गए। हायर एजुकेशन और टेक्निकल एजुकेशन में 23871.87 करोड़, स्कूल एजुकेशन में 2043.75 करोड़, और स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट में 2000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।

समिट के दौरान प्रमुख वक्ताओं के विचार

उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कांग्रेस सरकार के राइजिंग राजस्थान पहल की तुलना करते हुए बीजेपी सरकार के प्रयासों की सराहना की। खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि शिक्षा केवल डिग्री के लिए नहीं, बल्कि जीवन के लिए होनी चाहिए और खेलों में निवेश से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version