Rajasthan Smart Meter Initiative: राजस्थान में बिजली चोरियों का खात्मा करने के लिए विद्युत विभाग ने उठाया बड़ा कदम! लगभग 1.43 करोड़ पुराने बिजली कनेक्शनों को बदलने के लिए स्मार्ट मीटर (Rajasthan Smart Meter Initiative) लगाने की योजना को हरी झंडी मिल गई है। इस 14,037 करोड़ रुपए की परियोजना से न केवल बिजली उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि बिजली चोरी पर भी कठोर नियंत्रण लगेगा।
क्या आप सोच सकते हैं कि यह योजना आपकी बिजली की सुविधा को कैसे बदल सकती है? अब उपभोक्ता खुद अपनी बिजली खपत पर नजर रख पाएंगे, और रिमोट कंट्रोल के माध्यम से अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर सकेंगे। यह पहल न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राज्य के विकास में भी एक नई दिशा की ओर ले जाएगी। क्या आप तैयार हैं इस नए युग का सामना करने के लिए?
स्मार्ट मीटर के फायदे: बिजली चोरी पर लगेगी रोक
स्मार्ट मीटर की इस योजना से न केवल उपभोक्ताओं को विभिन्न सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि बिजली चोरी पर भी अंकुश लगेगा। स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य 27 माह में पूरा किया जाएगा, जिसमें पुराने मीटरों को पूरी तरह से हटाया जाएगा। नए मीटर की तकनीक न केवल ऊर्जा की खपत को बेहतर ढंग से मॉनिटर करेगी, बल्कि बिजली विभाग को भी उचित बिलिंग सुनिश्चित करने में मदद करेगी।
पोस्टपेड और प्रीपेड की सुविधा: उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत
स्मार्ट मीटरों की खासियत यह है कि इनमें पोस्टपेड और प्रीपेड दोनों प्रकार की सुविधाएं होंगी। प्रीपेड मीटर वाले उपभोक्ता अपनी आवश्यकता के अनुसार रिचार्ज कर सकेंगे और इसके लिए उन्हें बिल में 15 पैसे प्रति यूनिट की छूट भी मिलेगी। इस प्रीपेड सुविधा के माध्यम से उपभोक्ता अपनी खपत को प्रबंधित कर सकेंगे और बिना किसी अतिरिक्त बोझ के अपनी बिजली के खर्च को नियंत्रित कर सकेंगे।
उपभोक्ता सुविधा: समय पर जानकारी और त्वरित समाधान
विद्युत विभाग के अनुसार, स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को प्रतिदिन की बिजली खपत और खर्च की जानकारी प्रदान करेंगे, जिससे वे मासिक उपभोग की योजना बना सकेंगे। यदि बिजली की सप्लाई बंद होती है, तो इसकी सूचना सीधे कंट्रोल रूम में जाएगी, और समस्या का समाधान तुरंत किया जाएगा। लोड बढ़ने पर उपभोक्ताओं को मोबाइल पर सूचनाएं भी भेजी जाएंगी, ताकि वे आवश्यकतानुसार सुधार कर सकें।
इस पहल से उपभोक्ताओं को न केवल अपनी खपत की जानकारी मिलेगी, बल्कि वे बिजली कटौती और अन्य तकनीकी समस्याओं के बारे में भी समय पर अवगत रह सकेंगे।
डिस्कॉम के अनुसार मीटरों का वितरण
विद्युत विभाग द्वारा जारी जानकारी के अनुसार:
- जयपुर डिस्कॉम में 47.63 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, जिसमें 3138 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
- अजमेर डिस्कॉम में 54.32 लाख स्मार्ट मीटर लगेंगे, जिनकी लागत 3663 करोड़ रुपए होगी।
- जोधपुर डिस्कॉम में 40.80 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, जिनकी लागत 2877 करोड़ रुपए आएगी।