Rajasthan News: जयपुर की अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (क्रम 6) की कोर्ट में हनुमानगढ़ एसपी अरशद अली को एक मामले में साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए तलब किया गया था।(Rajasthan News) उन्हें पिछले एक साल से कई बार समन भेजा गया, लेकिन वह पेश नहीं हुए। आखिरकार, 27 मार्च को वे कोर्ट में हाजिर हुए।
कोर्ट में कुर्सी पर बैठे रहे एसपी, जज ने जताई नाराजगी
कोर्ट में जब जज कल्पना पारीक पहुंचीं, तो एसपी अरशद अली अपनी कुर्सी से नहीं उठे और उन्होंने गिरफ्तारी वारंट पर आपत्ति जताई। उनके इस व्यवहार से जज नाराज हो गईं और इसे अदालत की अवमानना माना गया।
दो घंटे की न्यायिक अभिरक्षा में रहे एसपी
कोर्ट ने आदेश दिया कि एसपी अरशद अली को दो घंटे तक कोर्ट रूम के बाहर खड़ा रहना होगा। इस फैसले के बाद एसपी को न्यायिक अभिरक्षा में लिया गया और उन्हें कोर्ट परिसर में खड़ा रखा गया।
एसपी अरशद अली ने मांगी माफी
लंच ब्रेक के बाद जब दोबारा सुनवाई हुई, तो एसपी अरशद अली ने अपने व्यवहार पर खेद जताया और स्वास्थ्य खराब होने का हवाला दिया। इसके बाद उन्हें बैठने के लिए कुर्सी दी गई। हालांकि, जब उन्होंने साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की, तो कोर्ट ने इसे अस्वीकार कर दिया।
एसपी अरशद अली का बयान
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए एसपी अरशद अली ने कहा..”कोर्ट ने मौखिक रूप से नाराजगी जताई कि मैं इतने समय तक उपस्थित क्यों नहीं हुआ। मैंने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। अगर कोर्ट लिखित में जवाब मांगेगी, तो मैं दूंगा। मैं कोर्ट का पूरा सम्मान करता हूं और आदेशों का पालन करूंगा।”