Wrong side driving:जयपुर में मंगलवार को हुए इस भयानक हादसे ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। राजस्थान रोडवेज की तेज रफ्तार बस ने एक निर्दोष युवक को कुचल दिया, जो सड़क पार कर रहा था।(Wrong side driving) युवक का नाम अनिल कुमार (32) था, जो एसएमएस अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में कार्यरत था। हादसे के तुरंत बाद अनिल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान बचाई नहीं जा सकी। इस दर्दनाक घटना के बाद बस चालक मौके से भाग निकला, जिससे जनता में आक्रोश और अधिक बढ़ गया।
सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि बस ड्राइवर ने जाम से बचने के लिए गलत साइड से बस को तेज गति में मोड़ लिया, और इसी लापरवाही ने अनिल की जान ले ली। यह हादसा आगरा रोड पर प्रेम नगर के पास हुआ। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और रोडवेज बस को जब्त कर लिया गया है, लेकिन ड्राइवर की तलाश अभी जारी है। अनिल की मौत से उसके परिवार और परिचितों में शोक की लहर दौड़ गई है, जबकि शहर में इस हादसे ने सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों की अनदेखी पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
सड़क पर लापरवाही का शिकार: अनिल कुमार की दर्दनाक मौत
राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक दर्दनाक सड़क हादसे में 32 वर्षीय अनिल कुमार की जान चली गई। खोह नागोरियान थाना के SHO सुरेश यादव ने बताया कि अनिल कुमार, जो SMS अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था, आगरा रोड पर प्रेम नगर के पास सड़क पार कर रहा था। इस दौरान, एक तेज रफ्तार रोडवेज बस ने जाम को देखकर गलत साइड में मुड़ते हुए अनिल को कुचल दिया।
बस के आगे के पहिए के नीचे आया युवक
हादसे के समय अनिल बस के आगे के पहिए के नीचे आ गया। गंभीर हालत में उसे जेएनयू अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अनिल की मौत के बाद, उसके छोटे भाई अजय की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
ड्राइवर मौके से फरार
घटना के बाद, ड्राइवर बस को छोड़कर भाग गया। पुलिस ने बताया कि रोडवेज की बस जयपुर से भरतपुर की तरफ जा रही थी। हादसे की सूचना पर खोह नागोरियान थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और बस को जब्त कर लिया। पुलिस ने रोडवेज से ड्राइवर की जानकारी मांगी है, जिससे आरोपी की गिरफ्तारी हो सके।
सीसीटीवी फुटेज में हादसे की पूरी घटना कैद
पूरी घटना पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिससे ड्राइवर की लापरवाही साफ-साफ दिखाई दे रही है। यह हादसा सड़कों पर सुरक्षा और जिम्मेदारी के सवालों को एक बार फिर से खड़ा करता है