एफआईआर दर्ज, मामले की गहराई से जांच जारी
एसओजी थाने में मंगलवार रात को इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई। गिरफ्तारी की प्रक्रिया तब शुरू हुई जब पोरव कालेर नामक गिरोह के सरगना ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि उसने हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा में 16 अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ के माध्यम से नकल करवाई थी। इस जानकारी के बाद, एसओजी ने मामले की जांच शुरू की और तकनीकी सबूत जुटाए।
ब्लूटूथ से नकल करने वाले आरोपी गिरफ्तार
एसओजी के डीआईजी परिस देशमुख और एएसपी हरिप्रसाद सोमानी के नेतृत्व में तकनीकी टीम ने मामले की जांच की। इसमें पाया गया कि आरोपियों ने हाईकोर्ट एलडीसी परीक्षा में नकल करने के लिए ब्लूटूथ का इस्तेमाल किया था। बुधवार को इन्हें गिरफ्तार किया गया और एसओजी ने इस गिरोह के अन्य सदस्य और संदिग्ध अभ्यर्थियों के बारे में जानकारी जुटाई है।
चूरू में सालासर टावर से नकल करवाई गई
एसओजी अधिकारियों ने बताया कि गिरोह ने चूरू के सालासर टावर से बैठकर अभ्यर्थियों को नकल करवाई। परीक्षा का पेपर गिरोह तक पहुंचा और फिर ब्लूटूथ के जरिए सही उत्तरों को अभ्यर्थियों तक पहुंचाया गया।
खजवाना के चार आरोपी भी गिरफ्तार
एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से खजवाना के 4 लोग शामिल हैं। इन आरोपियों ने पहले ईओ/आरओ परीक्षा में भी नकल की थी, और अब इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
18 अन्य संदिग्ध अभ्यर्थियों पर जांच जारी
एसओजी अधिकारियों ने यह भी बताया कि इन आरोपियों के अलावा 18 अन्य संदिग्ध अभ्यर्थियों के बारे में जांच की जा रही है। यह मामले न केवल नकल के खिलाफ सख्ती का प्रतीक हैं, बल्कि न्यायिक परीक्षा प्रक्रियाओं की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए अहम कदम हैं।