अंग्रेज़ी कैलेंडर नहीं, भारतीय पंचांग से मनेगा राजस्थान दिवस, सीएम भजनलाल ने की बड़ी घोषणा

Rajasthan Foundation Day

Rajasthan Foundation Day: राजस्थान, जिसे वीरों की भूमि कहा जाता है, इस वर्ष अपने स्थापना दिवस को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक परंपराओं से जोड़ते हुए एक नया स्वरूप देने जा रहा है। पहली बार, राजस्थान दिवस अंग्रेजी कैलेंडर की बजाय भारतीय पंचांग के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा (30 मार्च) को मनाया जाएगा।(Rajasthan Foundation Day) मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस फैसले को राजस्थान की सनातन संस्कृति का सम्मान और आत्मगौरव की नई शुरुआत बताया है।

इस ऐतिहासिक निर्णय के बाद, पूरे प्रदेश में राजस्थान दिवस सप्ताह (25 से 31 मार्च) के अंतर्गत कई भव्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री निवास पर उद्यमियों के साथ संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि इस वर्ष का राजस्थान दिवस पहले से कहीं अधिक भव्य और ऐतिहासिक होगा।


आध्यात्मिक वातावरण में मनेगा राजस्थान दिवस 

राजस्थान दिवस पर इस बार देवस्थान विभाग के अधीन सभी प्रमुख मंदिरों में विशेष आरती का आयोजन किया जाएगा। इससे राज्य में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा का संचार होगा। यह पहल इस बात को दर्शाती है कि राजस्थान अपनी परंपराओं और आध्यात्मिक विरासत को सहेजते हुए आगे बढ़ रहा है।


 प्रवासी राजस्थानियों से वैश्विक स्तर पर उत्सव मनाने का आह्वान 

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उद्यमियों से आग्रह किया कि वे प्रवासी राजस्थानियों के साथ समन्वय स्थापित करें और भारत के अन्य राज्यों के साथ-साथ विदेशों में भी राजस्थान दिवस को भव्य रूप से मनाने की योजना बनाएं। उन्होंने कहा कि यह केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि राजस्थान की संस्कृति और पहचान को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने का अवसर है।

बैठक में उपस्थित उद्यमियों ने मुख्यमंत्री के इस निर्णय की सराहना की और सुझाव प्रस्तुत किए कि इस आयोजन को और अधिक भव्य बनाने के लिए राजस्थान की लोक कला, संगीत और पर्यटन को भी विशेष रूप से प्रमोट किया जाए।


 महिला सशक्तिकरण की नई दिशा 

राजस्थान दिवस समारोह के तहत बाड़मेर में मंगलवार को ‘मातृवंदन’ महिला सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने महिलाओं के सम्मान, अधिकारों और उनकी भूमिका को लेकर प्रेरणादायक संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि राजस्थान की नारी शक्ति सदियों से राज्य की गौरवशाली संस्कृति की रीढ़ रही है और सरकार उनके सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। सम्मेलन में महिलाओं के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक सशक्तिकरण से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की घोषणा की गई।


 किसान और गरीबों के लिए बड़े ऐलान 

राजस्थान दिवस के अंतर्गत प्रदेशभर में कृषि, गरीब कल्याण और ग्रामीण विकास से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

  • 26 मार्च: बीकानेर में ‘किसान सम्मेलन और एफ.पी.ओ. कार्यक्रम’ का आयोजन होगा। इसमें कृषि विशेषज्ञ, उद्यमी और किसान मिलकर आधुनिक तकनीकों और योजनाओं पर विचार-विमर्श करेंगे।

  • 27 मार्च: भरतपुर में ‘गरीब और अन्त्योदय’ पर केंद्रित मुख्य कार्यक्रम होगा, जिसमें सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को सम्मानित किया जाएगा और समाज के वंचित वर्गों को नई सौगात दी जाएगी।


 राजस्थान दिवस को ऐतिहासिक..

इस बार राजस्थान दिवस को केवल राजकीय आयोजन तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि इसे जन-जन का पर्व बनाया जाएगा। राजस्थान के सभी जिलों में सांस्कृतिक उत्सव, खेल प्रतियोगिताएं, लोक संगीत, कला प्रदर्शन और ऐतिहासिक झांकियां प्रस्तुत की जाएंगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा… “राजस्थान दिवस केवल हमारी विरासत का उत्सव नहीं, बल्कि एक संकल्प है कि हम अपनी परंपराओं और संस्कृति को मजबूत बनाते हुए विकास की नई ऊंचाइयों को छुएंगे।” इस बार का राजस्थान दिवस – हमारी संस्कृति, हमारी पहचान और हमारा स्वाभिमान!

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