Rajasthan News: राजस्थान में महिलाओं और बालिकाओं को पीरियड्स के दौरान निशुल्क सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने वाली योजना ‘आई एम शक्ति उड़ान योजना’ का नाम बदलकर अब ‘कालीबाई भील उड़ान योजना’ कर दिया गया है। महिला अधिकारिता विभाग द्वारा इस योजना के लिए(Rajasthan News) नया लोगो भी जारी किया गया है।
इस योजना के तहत 10 से 45 वर्ष की महिलाओं और बालिकाओं को सरकारी स्कूलों, कॉलेजों, आंगनबाड़ी केंद्रों और अन्य सरकारी संस्थानों के माध्यम से सेनेटरी नैपकिन प्रदान किए जाते हैं। योजना का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को पीरियड्स के दौरान स्वच्छता प्रबंधन के प्रति जागरूक करना है।
महिला अधिकारिता निदेशालय ने विभिन्न विभागों को निर्देश दिए हैं कि सभी पत्राचार और योजना से संबंधित कार्य ‘कालीबाई भील उड़ान योजना’ के नाम से ही किए जाएं। साथ ही नए लोगो का उपयोग भी अनिवार्य होगा।
अन्य योजनाओं के नाम परिवर्तन
राजस्थान में बीजेपी सरकार ने इससे पहले भी कई योजनाओं के नाम बदले हैं। कांग्रेस सरकार के दौरान शुरू की गई योजनाओं के नाम हटाकर राजस्थान की ऐतिहासिक महिलाओं और अन्य हस्तियों के नाम से जोड़ा गया है।
- चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना: नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य योजना किया गया।
- इंदिरा रसोई योजना: नाम बदलकर अन्नपूर्णा योजना किया गया।
- मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना: नाम बदलकर पन्नाधाय बाल गोपाल योजना किया गया।
- राजीव गांधी जल स्वावलंबन योजना: नाम बदलकर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना किया गया।
- इंदिरा शहरी रोजगार गारंटी योजना: नाम बदलकर मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना किया गया।
- राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना: नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना किया गया।
- मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना: नाम बदलकर पं. दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना किया गया।
महिला व बाल अधिकारिता विभाग की योजनाओं में बदलाव
महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग में चल रही 7 योजनाओं में से 3 का नाम बदला गया और 4 योजनाओं को आपस में मर्ज कर दिया गया।
यह कदम बीजेपी सरकार द्वारा राजस्थान की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।