Rajasthan News: सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षाओं में सेटिंग, पेपर लीक और धांधली को लेकर राजस्थान पूरे देश में चर्चित रहा है। बीते कुछ वर्षों में यहां से कई बड़े घोटाले सामने आए हैं, जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्यों के परिजनों को परीक्षा से पहले ही पेपर मिल जाने के मामले भी शामिल हैं। (v)आरपीएससी के दो सदस्य, राजू राम राईका और बाबूराम कटारा, इसी तरह के आरोपों के चलते जेल में हैं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सख्त कार्रवाई
राज्य में भाजपा सरकार के आने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पेपर लीक के मामलों पर तेजी से कार्रवाई शुरू की। राजस्थान पुलिस की विशेष टीम एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) ने कई बड़े खुलासे किए, जिसमें पहले से नौकरी पा चुके दोषियों को गिरफ्तार किया गया और कई पेपर लीक गिरोहों का पर्दाफाश किया गया।
पेपर लीक करने वालों से होगी वेतन की वसूली
अब सरकार इन अनियमितताओं में शामिल दोषियों पर और सख्त कदम उठाने जा रही है। राजस्थान सरकार ने फैसला लिया है कि पेपर लीक, सेटिंग और धांधली के जरिए नौकरी पाने वालों से उनके वेतन सहित अन्य लाभों की पाई-पाई वसूली जाएगी।
मंत्री मदन दिलावर का बयान
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस शासन के दौरान सरकारी नौकरियों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई थीं, जिन पर अब कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
134 पीटीआई की बर्खास्तगी
एसओजी की जांच रिपोर्ट के आधार पर 2022 में हुई पीटीआई (शारीरिक शिक्षक) भर्ती परीक्षा में अनियमितताओं का खुलासा हुआ था। जांच के बाद 134 पीटीआई को बर्खास्त कर दिया गया, जबकि 19 को अपॉइंटमेंट ही नहीं मिला, 10 ने डर के कारण जॉइन नहीं किया, 33 हाईकोर्ट से स्टे लेकर आए और 47 अन्य के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई चल रही है।
शिक्षा विभाग के 5 कर्मचारी भी बर्खास्त
पेपर लीक के मुख्य सरगना ओम प्रकाश बिश्नोई को शिक्षा विभाग ने बर्खास्त कर दिया है। इसके अलावा, विभाग के 5 अन्य कर्मचारियों को भी नौकरी से निकाल दिया गया है और 30 कर्मचारियों को निलंबित कर जांच की जा रही है।
बर्खास्त शिक्षकों से वेतन की होगी वसूली
134 बर्खास्त पीटीआई शिक्षकों से उनके अब तक के वेतन की वसूली होगी। शिक्षा विभाग के पास पहले से ही इनकी सूची मौजूद है।
भर्ती प्रक्रिया में भाजपा की बढ़त
मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा ने कांग्रेस से दोगुनी भर्ती की है। उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार ने 13,331 शिक्षकों की भर्ती की, जबकि कांग्रेस शासन में केवल 7,700 शिक्षकों की भर्ती हुई थी।