PMAY-U 2.0: हर व्यक्ति चाहता है कि उसके सिर पर खुद का एक घर हो—एक ऐसी जगह जहाँ जीवन की सारी थकान मिट जाए। लेकिन बढ़ती कीमतों और महंगी EMI ने इस सपने को कई परिवारों से दूर कर दिया है। लंबे समय तक लोन चुकाने का डर कई लोगों को पहला घर खरीदने से रोक देता है।
इसी समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार ने (PMAY-U 2.0)एक ऐसी पहल शुरू की है जो मध्यम और कम आय वाले लोगों के सपनों को पंख देती है, ताकि उनका ‘अपना घर’ का सपना अधूरा न रहे।
घर खरीदना हुआ और आसान — सरकार की नई योजना बनी बड़ी उम्मीद
अक्सर लोग घर खरीदने के लिए होम लोन तो ले लेते हैं, लेकिन भारी ब्याज दर और सालों तक चलने वाली EMI उन्हें बीच रास्ते में ही पीछे हटा देती है। यह समस्या खासकर उन परिवारों में अधिक होती है जिनकी आय सीमित है।
इन चुनौतियों को देखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के उन्नत संस्करण PMAY-U 2.0 को मंजूरी दी है। इस योजना का उद्देश्य पहली बार घर खरीदने वालों को कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराना है।
क्या है योजना में? — कम ब्याज, हल्की EMI
इस योजना के तहत योग्य परिवारों को घर खरीदने के लिए लिए गए लोन पर ब्याज में सब्सिडी दी जाएगी। इसका सीधा लाभ यह होगा कि:
- लोन सस्ता पड़ेगा
- ईएमआई कम देनी होगी
- कुल भुगतान में बड़ी बचत होगी
यानी पहली बार घर खरीदने वाले परिवारों को आर्थिक बोझ काफी कम महसूस होगा।
कितने के घर पर मिलेगी सब्सिडी?
- 35 लाख रुपये तक की कीमत वाले घरों पर ही सब्सिडी मिलेगी।
- होम लोन की अधिकतम राशि 25 लाख रुपये तय की गई है।
- 12 साल तक की लोन अवधि पर 8 लाख रुपये तक के लोन पर 4% ब्याज सब्सिडी मिलेगी।
इससे मासिक किस्तों में बड़ी राहत होगी।
किसे मिलेगा फायदा?
इस योजना का लाभ उन्हीं परिवारों को मिलेगा जो नीचे दी गई शर्तों को पूरा करते हैं:
- आवेदक की वार्षिक आय 9 लाख रुपये से कम हो।
- आवेदक के नाम पर देश में कहीं भी कोई दूसरा घर न हो।
- यह योजना मध्यम वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) और निम्न आय वर्ग (LIG) तीनों पर लागू है।
सरकार की यह पहल उन लाखों परिवारों के लिए राहत लेकर आई है जो अपने पहले घर की तलाश में हैं और महंगे लोन के कारण कदम पीछे खींच लेते हैं।
