पीएम मोदी करेंगे राइजिंग राजस्थान समिट का उद्घाटन, गहलोत ने बाड़मेर रिफाइनरी पर जताई चिंता

Rising Rajasthan: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रधानमंत्री से बाड़मेर रिफाइनरी के लिए जल्द अनुमतियां जारी करने की अपील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 दिसंबर को जयपुर में राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट का उद्घाटन करने आ रहे हैं। इससे पहले, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने (Rising Rajasthan)प्रधानमंत्री से बाड़मेर पेट्रोलियम रिफाइनरी के लिए बाकी अनुमतियों को शीघ्र जारी करने और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स का काम जल्द शुरू करने की मांग की है। गहलोत का कहना है कि इस अनावश्यक देरी से प्रदेश में उद्योग लगने के मौके खत्म हो जाएंगे और उद्योग गुजरात समेत अन्य राज्यों में चले जाएंगे।

31 दिसंबर तक उत्पादन शुरू होने में संशय

गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बाड़मेर रिफाइनरी में 31 दिसंबर 2024 से व्यवसायिक उत्पादन शुरू होने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब यह तारीख मुश्किल लग रही है। रिफाइनरी से निकलने वाले बाय प्रॉडक्ट्स से बनने वाले उत्पादों के लिए बाड़मेर से जोधपुर के बीच पेट्रोलियम केमिकल्स एंड पेट्रो इन्वेस्टमेंट रीजन (PC-PIR) विकसित किया जाना था। गहलोत ने कहा कि भाजपा सरकार आने के बाद इस काम में अनावश्यक देरी हो रही है और इसके कारण राजस्थान के युवाओं के लिए रोजगार के मौके खत्म हो सकते हैं।

भाजपा सरकार आने के बाद ठप पड़ा काम

गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने 2021 में ही जमीन आवंटन कर PC-PIR का काम आगे बढ़ाया था, लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद इस परियोजना पर कोई प्रगति नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि “डबल इंजन” सरकार के बावजूद, भारत सरकार ने PC-PIR के लिए आवश्यक अनुमतियों को अभी तक जारी नहीं किया है। इसके कारण बाड़मेर रिफाइनरी के बाद इन बाय प्रॉडक्ट्स को अन्य राज्यों में प्रोसेस किया जाएगा।

रोजगार के अवसर खत्म होने का खतरा

गहलोत ने रिफाइनरी के इतिहास को याद करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के दौरान रिफाइनरी का काम 5 साल तक अटका रहा, जिससे निर्माण लागत लगभग दोगुनी हो गई। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर PC-PIR के काम में देरी जारी रही, तो यहां आने वाले उद्योग दूसरे राज्यों में चले जाएंगे और राजस्थान के युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल पाएंगे।

राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट पर गहलोत की प्रतिक्रिया

राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट को लेकर गहलोत ने कहा कि हर सरकार निवेश लाने के लिए प्रयास करती है, लेकिन ऐसे आयोजनों के बाद कितने प्रोजेक्ट धरातल पर उतरते हैं, यह महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पिछले आयोजनों के बाद भी राजस्थान, गुजरात, या उत्तर प्रदेश में निवेश का आंकड़ा 10-12 फीसदी से ज्यादा नहीं रहा है। हालांकि, उन्होंने समिट के आयोजन के लिए सरकार को शुभकामनाएं दी।

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