Pakistan Exposed: पाकिस्तान लगातार अपने यहां पल रहे आतंकवाद को छुपाने की नाकाम कोशिश करता रहा है। चाहे जितनी भी चालें चले, लेकिन उसका काला सच बार-बार दुनिया के सामने आ ही जाता है। (Pakistan Exposed) ताजा मामला उस आतंकी का है जिसे पाकिस्तान ने “मासूम मौलवी” बताकर पेश किया, लेकिन भारत ने उसका असली चेहरा उजागर कर दिया।
पाकिस्तानी सेना का झूठ – आतंकी को बताया साधारण मौलवी
पाक सेना के प्रवक्ता ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि वायरल तस्वीर में दिख रहा व्यक्ति कोई आतंकवादी नहीं बल्कि एक मासूम धर्मगुरु और पारिवारिक व्यक्ति है। यह युवक कुछ सैनिकों के साथ एक जनाजे में दिखाई दिया। प्रवक्ता ने उसका नेशनल ID कार्ड भी दिखाया, जिसमें उसे “वेलफेयर विंग इंचार्ज, पीएमएमएल” बताया गया।
भारतीय जांच एजेंसियों और अमेरिकी खुफिया विभाग ने खुलासा किया कि वह व्यक्ति कोई और नहीं, बल्कि लश्कर-ए-तैयबा का बड़ा चेहरा हाफिज अब्दुर रऊफ है। उसकी पहचान नेशनल ID नंबर और जन्मतिथि से मेल खाती है उस आतंकी से जिसे अमेरिका ने Specially Designated Global Terrorist (SDGT) घोषित किया है।
चैरिटी के नाम पर आतंक
अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट के मुताबिक, हाफिज अब्दुर रऊफ लश्कर-ए-तैयबा और उसके फ्रंट संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FIF) के लिए चंदा इकट्ठा करता रहा है। यह संगठन मानवीय सहायता की आड़ में आतंकवाद को बढ़ावा देता है। 2008 में मुंबई हमलों के बाद जब लश्कर पर दबाव बढ़ा, तब रऊफ ने FIF के बैनर तले बड़े पैमाने पर फंडिंग कार्यक्रम चलाया।
सईद के इशारे पर काम
रऊफ 1999 से लश्कर के लिए काम कर रहा है और वह सीधे तौर पर हाफिज सईद के निर्देशों पर काम करता है। 2008 में उसे “डायरेक्टर ऑफ ह्यूमैनिटेरियन रिलीफ” नियुक्त किया गया। इससे पहले, 2003 में वह “डायरेक्टर ऑफ पब्लिक सर्विस” था।
हाफिज रऊफ लश्कर का सार्वजनिक चेहरा भी रहा है। वह मीडिया, वेबसाइट्स और मंचों पर लश्कर का पक्ष रखता है। FIF के जरिए उसने कई हाई-प्रोफाइल मीडिया कार्यक्रम आयोजित किए ताकि जनसमर्थन और फंडिंग हासिल हो सके।
राहत कार्यों की आड़ में आतंकी जाल
रऊफ ने “इदारा-ए-खिदमत-ए-खल्क (IKK)” का नेतृत्व किया, जो लश्कर का चैरिटेबल विंग है। 2007 में वह पेशावर गया, जहां उसने बाढ़ पीड़ितों के लिए कार्यों की निगरानी की। यह सब दिखाने के लिए था, जबकि असल मकसद फंडिंग और नेटवर्क मजबूत करना था।
हाफिज अब्दुर रऊफ का नाम और इतिहास एक बार फिर पाकिस्तान की असलियत उजागर करता है – कि वह जानबूझकर आतंकियों को संरक्षण देता है और राहत-कार्य की आड़ में आतंकवाद को फैलाता है। भारत ने एक बार फिर सच्चाई सामने रख दी है, जिससे पाकिस्तान की रणनीति और मंशा दोनों दुनिया के सामने बेनकाब हो गई हैं।