Pahalgam Terror Attack: पाकिस्तानी सेना में हाल ही में बड़े पैमाने पर विद्रोह जैसी स्थिति बन गई है। बार-बार बदलते सैन्य आदेशों, मानसिक थकान और पारिवारिक दबाव के चलते 100 से अधिक सैन्य अधिकारियों और 5000 से ज्यादा सैनिकों ने इस्तीफा दे दिया है। इस सामूहिक इस्तीफे ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था और भारत-पाक सीमा पर सैन्य तैनाती को गंभीर खतरे में डाल दिया है।(Pahalgam Terror Attack) पाकिस्तान की 11वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उमर अहमद बुखारी ने इस गंभीर स्थिति को लेकर सेना मुख्यालय को पत्र लिखा है। सैनिकों के बीच असमंजस और तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है, क्योंकि सैन्य कमांडर स्पष्ट आदेश देने में विफल रहे हैं और लगातार निर्देशों में बदलाव कर रहे हैं। इससे सैनिकों में असंतोष और मानसिक दबाव गहराता जा रहा है।
पाकिस्तानी सेना का सख्त रुख
पाकिस्तानी सेना ने इस संकट को गंभीरता से लेते हुए सभी इस्तीफे स्वीकार न करने का फैसला किया है। साथ ही, इस्तीफा देने वाले अधिकारियों और सैनिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। इस घटनाक्रम से सेना की नेतृत्व क्षमता और सैनिकों के मनोबल पर सवाल उठने लगे हैं, जो सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं। भारत में पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “मैं पूरी तरह आश्वस्त हूँ कि यदि भारत ने कोई दुस्साहस किया, तो पाकिस्तान उसकी हरसंभव तरीके से करारा जवाब देगा।” उन्होंने पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को “जबरदस्त और निर्णायक” बताया।