Operation Sindoor के बाद ट्रंप-पाकिस्तान की डील बेनकाब, भारत ने कहा… क्रेडिट झूठा, साजिश साफ़!

Operation Sindoor

Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष में अमेरिका की भूमिका एक बार फिर सवालों के घेरे में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका और डोनाल्ड ट्रंप की पाकिस्तान पर “मेहरबानी” की वजह एक गुप्त डील हो सकती है।(Operation Sindoor) 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और POK में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एयर स्ट्राइक की, जिसमें 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए गए। पाकिस्तान ने ड्रोन मिसाइल अटैक से पलटवार किया, जिसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के 4 एयरबेस तबाह कर दिए।

क्रिप्टो डील से जुड़ा ट्रंप-पाकिस्तान रिश्ता

Times of India की रिपोर्ट के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के बीच एक क्रिप्टो डील हुई थी, जो 22 अप्रैल के हमले के ठीक 5 दिन बाद सामने आई। इस डील में ट्रंप फैमिली की 60% हिस्सेदारी बताई जा रही है।

WLF और पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल की डील

डोनाल्ड ट्रंप समर्थित World Liberty Financial (WLF) ने पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल के साथ डील की। इस डील का उद्देश्य पाकिस्तान को दक्षिण एशिया की क्रिप्टो कैपिटल बनाना है। इस बैठक में ट्रंप के करीबी स्टीव विटकॉफ का बेटा जैकरी विटकॉफ भी शामिल था।

क्रिप्टो डील के सूत्रधार: बाइनेंस के CEO

डील को मंझाने में बाइनेंस के फाउंडर चांगपेंग झाओ की भूमिका अहम मानी जा रही है, जो पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल के सलाहकार भी हैं।

सीजफायर का क्रेडिट लेने की कोशिश

10 मई को भारत और पाकिस्तान में आपसी सहमति से सीजफायर हो गया, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने अपने Truth Social अकाउंट पर दावा किया कि यह उनकी मध्यस्थता का नतीजा है।

IMF लोन पर भारत की आपत्ति दरकिनार

इस पूरे घटनाक्रम के बीच, अमेरिका के समर्थन से IMF ने पाकिस्तान को भारत के विरोध के बावजूद हजारों करोड़ रुपये का लोन दे दिया, जिससे अमेरिका की नीयत पर और भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version