CBI Action: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने ONGC जोरहाट के तत्कालीन DGM (MS), एक संविदा मेडिकल ऑफिसर (ऑक्यूपेशनल हेल्थ) और 8 निजी मेडिकल (CBI Action)दुकानों के मालिकों समेत कुल 10 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन पर 2019 से 2022 के बीच आपराधिक साजिश रचने का आरोप है।
फर्जी मेडिकल बिल के जरिए 45 लाख रुपये का घोटाला
CBI द्वारा जारी बयान के अनुसार, इन मेडिकल दुकानों के मालिकों ने ONGC के लाभार्थियों और उनके आश्रितों की जानकारी के बिना फर्जी मांग पर्चियों के आधार पर लगभग 45 लाख रुपये के झूठे और फर्जी बिल तैयार किए और उनका दावा किया।
CBI की ताबड़तोड़ छापेमारी, संदिग्ध दस्तावेज बरामद
CBI ने मामले में शामिल सभी आरोपियों के अलग-अलग ठिकानों पर तलाशी ली है। इस दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए गए हैं। एजेंसी ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच जारी है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एजेंसी ने बताया कि यह मामला केवल मेडिकल दुकानों और ONGC अधिकारियों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें कुछ अज्ञात लोग भी शामिल हैं, जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है। यह पूरा प्रकरण आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है।