Rajasthan By-elections:राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनावों (Rajasthan By-elections) की तारीखों की घोषणा हो चुकी है, और सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों की तैयारियों में जुटी हुई हैं।
13 नवंबर को होने वाले इन उपचुनावों में खींवसर सीट ने एक बार फिर से राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन गई है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने इस सीट को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बातें साझा की हैं।
भाई को नहीं देंगे मौका: बेनीवाल का बयान
हनुमान बेनीवाल ने स्पष्ट किया है कि वह इस बार अपने परिवार के सदस्य को खींवसर सीट पर उम्मीदवार नहीं बनाएंगे। उनका कहना है, “अगर कांग्रेस के साथ गठबंधन होता है तो हमारी पार्टी खींवसर के साथ देवली-उनियारा सीट भी लेगी।” उन्होंने यह भी बताया कि खींवसर की जनता इस चुनाव को मोदी, शाह, और भजनलाल के मुकाबले हनुमान बेनीवाल के रूप में देख रही है।
खींवसर की जनता का समर्थन
बेनिवाल ने बताया कि खींवसर की जनता ने हमेशा उनका साथ दिया है, चाहे चुनाव कितनी भी बार हुए हों। उन्होंने कहा, “खींवसर में कई बार भाजपा की जमानत जब्त करवाई गई है, और कांग्रेस की भी कई बार जमानत जब्त हुई है।” उन्होंने उल्लेख किया कि इस बार वे किसी नए चेहरे को समर्थन देने के पक्ष में हैं, ताकि खींवसर की जनता को एक ताजा विकल्प मिल सके।
भविष्य के चुनावों की तैयारियां
बेनिवाल ने अपनी पार्टी की तैयारियों के बारे में कहा, “हमारी पूरी तैयारियां हैं। खींवसर विधानसभा सीट हमेशा अलर्ट रहती है।” अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सा नया चेहरा खींवसर सीट पर हनुमान बेनीवाल का समर्थन हासिल करता है और चुनावी मुकाबले में उतरता है। इस प्रकार, खींवसर की सीट एक बार फिर से राजनीतिक हलचल का केंद्र बनती नजर आ रही है, और हनुमान बेनीवाल के इस नए निर्णय ने चुनावी दौड़ में एक नया मोड़ ला दिया है।