कोटा साइबर पुलिस ने भीलवाड़ा से दो शातिर ठगों को गिरफ्तार, लाखों की ठगी का खुलासा

Cyber Police Kota:

Cyber Police Kota: कोटा शहर की साइबर पुलिस ने साइबर ठगी के खिलाफ एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है। यह मामला 27 मार्च 2025 को तब सामने आया जब विज्ञान नगर निवासी सलमान ने साइबर पुलिस थाना कोटा में एक रिपोर्ट दर्ज कराई। सलमान ने बताया कि उन्हें टेलीग्राम ऐप पर नौकरी का झांसा दिया गया। ठगों ने “कंटेंट स्क्वायर कम्पनी” से संबंधित एक लिंक शेयर किया (Cyber Police Kota) और प्रोडक्ट रेटिंग के नाम पर पैसा कमाने का लालच दिया। इस झांसे में आकर सलमान ने अलग-अलग बैंक खातों में लगभग 20 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद पुलिस ने बीएनएस और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

पुलिस की मुस्तैदी और गिरफ्तारी

एसपी सिटी डॉ. अमृता दुहन के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम का नेतृत्व उप अधीक्षक एवं थानाधिकारी साइबर थाना विनोद कुमार और पुलिस निरीक्षक सतीश चंद ने किया। टीम ने गहन जांच करते हुए “लेयर वाइज मनी ट्रेल शीट” तैयार की और बैंक, वेबसाइट, कॉल डिटेल रिकॉर्ड का बारीकी से विश्लेषण किया।

पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों दानिश खान (20) निवासी शिव नगर प्रताप नगर भीलवाड़ा और मनोज कुमार (25) निवासी रामदेव जी मंदिर के पास रासेड पारोली भीलवाड़ा को 3 जून को गिरफ्तार किया। दोनों को कोटा न्यायालय में पेश कर 2 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल किए गए 2 मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं।

ठगी का शातिराना तरीका

पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी गिरोह अपने बैंक खाते गिरोह के अन्य सदस्यों को उपलब्ध कराते थे, जो पीड़ितों को फर्जी लिंक भेजकर ठगी की रकम इन खातों में प्राप्त करते थे। रकम को “अमेजन-पे” से गिफ्ट कार्ड में बदलकर “एयर-टीम ऐप” के ज़रिए क्रिप्टोकरेंसी “यूएसडीटी” में कन्वर्ट किया जाता था। फिर इन यूएसडीटी को बिनांस ऐप पर बेचकर मुनाफा कमाया जाता था। मनोज कुमार के ऐप से मिली जानकारी में मई 2025 में अकेले उसके खाते से 16 लाख 43 हजार रुपये की ठगी की रकम यूएसडीटी में बदली गई थी।

आगे की जांच और रिकवरी

पुलिस की तत्परता से पीड़ित सलमान को करीब 2 लाख रुपये वापस दिलाए जा चुके हैं। मामले की जांच अभी जारी है और पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों व नेटवर्क की खोज में लगी है।

यह कार्रवाई साइबर ठगों को कड़ा संदेश है कि कानून से बचना मुश्किल है। साइबर पुलिस ऐसी गतिविधियों पर लगातार नजर रख रही है। जनता से अपील है कि वे नौकरी या पैसे कमाने के झांसे में आने से बचें और किसी भी संदिग्ध लिंक या ऑफर पर क्लिक न करें।

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