Rajasthan News: राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। एसआई भर्ती परीक्षा को लेकर विवाद गहराता जा रहा है, और लगातार इस परीक्षा को रद्द करने की मांग तेज़ हो रही है। (Rajasthan News)राज्य की जनता के साथ-साथ राजनीतिक गलियारों में भी यह मुद्दा चर्चा का केंद्र बना हुआ है।
किरोड़ी मीणा की मुखरता और मौन
कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा, जो अपनी स्पष्टवादिता और जनता से जुड़े मुद्दों पर मुखरता के लिए जाने जाते हैं, इस मांग के समर्थन में हमेशा मुखर थे। लेकिन, आज जब इस विषय पर उनसे सवाल किया गया, तो उनके मौन और अनोखे इशारे ने हर किसी को चौंका दिया।
मंत्री का इशारा: राजनीतिक रणनीति या साजिश?
अब सवाल यह है कि मंत्री जी का यह रवैया क्या संकेत देता है? क्या यह राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है, या फिर इस मामले में कोई और बड़ी साजिश छिपी है? आइए इस मुद्दे को गहराई से समझने की कोशिश करें।
भाजपा कार्यालय में किरोड़ी मीणा की मुलाकात
दिल्ली दौरे से लौटकर कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा आज प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने संगठन से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।
संगठन चुनाव और नगर निकाय चुनाव पर मंत्रणा
मीडिया से बातचीत के दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि उन्होंने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से संगठनात्मक विषयों पर चर्चा की। बातचीत में नगर परिषद और नगर पालिका चुनावों को लेकर जानकारी साझा की गई। इसके साथ ही राजस्थान भाजपा संगठन के आगामी चुनावों को लेकर भी विचार-विमर्श हुआ।
ट्रेनी एसआई को निलंबित करने पर स्पष्ट जवाब
ट्रेनी एसआई को निलंबित करने के सवाल पर मंत्री किरोड़ी मीणा ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई विरोध नहीं है और सभी आपसी सहमति से निर्णय लेंगे। उन्होंने अपनी पुरानी मांग दोहराते हुए कहा कि वह शुरू से ही एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने के पक्ष में रहे हैं।
एसआई भर्ती परीक्षा पर रहस्यमय इशारा
जब एसआई भर्ती परीक्षा रद्द होने से जुड़े सवाल पर किरोड़ी मीणा से सवाल किया गया, तो उन्होंने कुछ भी स्पष्ट कहने से बचते हुए अपने मुंह पर अंगुली रख ली। यह इशारा उनके बयान से कहीं अधिक कह गया और अटकलों को जन्म दे गया।
दिल्ली दौरे पर साधारण चर्चा नहीं हुई
किरोड़ी मीणा ने बताया कि दिल्ली दौरे के दौरान उनकी मुलाकात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई थी। हालांकि, चर्चा का विषय क्या था, इस पर उन्होंने अधिक खुलासा नहीं किया। उनके अनुसार, “दिल्ली में साधारण चर्चा नहीं हुई,” लेकिन इशारों में बहुत कुछ कह गए।